ज़्यादातर बैंक/ NBFC अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन ही ऑफर करते हैं जैसे, टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन, सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लोन, ओवरड्राफ्ट और आदि। बैंक सिक्योर्ड लोन भी प्रदान करते हैं जैसे, लैटर ऑफ़ क्रेडिट, बिल डिस्काउंटिंग, इक्विपमेंट फाइनेंस, POS लोन, आदि।
बिज़नेस लोन के तहत न्यूनतम 30,000 रु. तक दिए जाते हैं, इस तरह के छोटे बिज़नेस लोन अधिकतर NBFC, स्मॉल फाइनेंस बैंक और माइक्रो फाइनेंस इंस्टिट्यूट देते हैं। एक आवेदक 1 करोड़ रु. तक का अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन ले सकता है। MSME और स्टार्ट-अप भी छोटे बिज़नेस लोन ले सकते हैं।
Business Loan: मुख्य बैंकों और NBFC की ब्याज दरें
बिज़नेस लोन की ब्याज दरें (Business Loan Interest rates) 16% प्रति वर्ष से शुरू होती हैं और आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर इन्हें तय किया जाता है।
बैंक/ NBFC | ब्याज दर (प्रतिवर्ष) | |
कोटक महिंद्रा बैंक | 16%- 19.99% | आवेदन करें |
ऐक्सिस बैंक | 14.25%-18.50% | आवेदन करें |
एचडीएफसी बैंक | 11.90%- 21.35% | आवेदन करें |
आईसीआईसीआई बैंक | 18% से शुरू | आवेदन करें |
बजाज फिनसर्व | 17% से शुरू | आवेदन करें |
फुलर्टन फाइनेंस | 17%- 21% | आवेदन करें |
हीरो फिनकॉर्प | 26% तक | आवेदन करें |
IIFL फाइनेंस | 11.75%- 25.75% | आवेदन करें |
Indifi फाइनेंस | 1.5% प्रति माह से शुरू | आवेदन करें |
लेंडिंगकार्ट फाइनेंस | 1.5%- 2% प्रति माह | आवेदन करें |
नियोग्रोथ फाइनेंस | 19%- 24% | आवेदन करें |
टाटा कैपिटल फाइनेंस | 19% से शुरू | आवेदन करें |
ZipLoan | 1%-1.5% प्रति माह (फ्लैट ROI) | आवेदन करें |
आरबीएल बैंक | 17.50%- 25% | आवेदन करें |
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 14.50% से शुरू | आवेदन करें |
नोट: टेबल में दी गई ब्याज दरें बदल सकती हैं और ये निर्णय पूरी तरह बैंक, NBFC, SFB, MFI और RBI पर निर्भर करता है।
बिज़नेस लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर का महत्व
बिज़नेस लोन एप्लीकेशन की मंज़ूरी भी क्रेडिट स्कोर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ये दर्शाता है कि आपका क्रेडिट रिकॉर्ड कैसा रहा है और आपने अभी तक के लोन और क्रेडिट कार्ड को कैसे मैनेज किया है। आमतौर पर, बैंकों द्वारा 750 या ज़्यादा का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर 650 या उससे कम है तो भी NBFC, स्मॉल फाइनेंस बैंक और माइक्रो फाइनेंस इंस्टिट्यूट से लोन मिलने की संभावना होती है।
बैंकों/ लोन संस्थानों द्वारा बिज़नेस लोन (Business Loan) के लिए जो क्रेडिट स्कोर सीमा तय की गई हैं, वो स्वयं-रोज़गार पेशेवर, MSME, रिटेलर या निर्माणकर्ता और आदि के लिए अलग-अलग होती है।
बैंक/ NBFC अलग-अलग प्रकार के बिज़नेस लोन के मुताबिक भी क्रेडिट स्कोर सीमा तय करते हैं जैसे, टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल लोन, लैटर ऑफ़ क्रेडिट, ओवरड्राफ्ट, पीओएस लोन, आदि। इस प्रकार, बिज़नेस लोन के लिए कितना क्रेडिट स्कोर चाहिए ये लोन के प्रकार और आवेदक के प्रकार पर निर्भर करता है।
जो लोग न्यू-टू क्रेडिट हैं, मतलब जिनका क्रेडिट स्कोर नहीं है उन्हें भी लोन मंज़ूरी के लिए क्रेडिट स्कोर बनाना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि कम क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों की लोन एप्लिक्षण अस्वीकार होने की अधिक संभावना होती है। स्टार्ट-अप को बिज़नेस लोन (Business Loan for Start-up) लेने के लिए ज़्यादा क्रेडिट स्कोर चाहिए होता है, क्योंकि उनका क्रेडिट रिकॉर्ड बहुँत कम होता है और वो एक नया बिज़नेस स्थापित करने जा रहे हैं। इसलिए, लोन मंज़ूरी की संभावना बढ़ाने के लिए एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाएं और मेंटेन करें।
Business Loan: योग्यता शर्तें
- बिज़नेस कब से चल रहा हो: 1 वर्ष और ज़्यादा
- मौजूदा बिज़नेस का न्यूनतम वार्षिक टर्नओवर 12 लाख रु. होना चाहिए
- क्रेडिट स्कोर: 750 और ज़्यादा
- आवेदक का पिछले कोई लोन डिफ़ॉल्ट रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए
योग्य आवेदक जो लोन अप्लाई कर सकते हैं
- व्यक्ति, स्वयं-रोज़गार पेशेवर, स्टार्ट-अप और माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइज़ (MSME)
- प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कम्पनियाँ, एक मालिकाना अधिकार वाली कंपनी, पार्टनरशिप फर्म, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप और निर्माण, व्यापर या सेवा क्षेत्र की बड़ी कम्पनियाँ
- NGO, को-ऑपरेटिव सोसाइटी, ट्रस्ट, CA, डॉक्टर, आर्किटेक्ट, कंपनी सेक्रेटरी, डिज़ाइनर, आदि।
बिज़नेस लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेज
बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेज भी जमा करने होंगें:
- आवेदक के KYC दस्तावेज जिसमें हैं, पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, यूटिलिटी बिल (बिजली/ पानी के बिल)
- पिछले 1 साल की बैंक स्टेटमेंट
- अन-सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट, अगर कोई है
- बिज़नेस इंकॉर्पोरेशन
- बैंक के द्वारा माँगा जाने वाला कोई अन्य दस्तावेज
बिज़नेस लोन की फीस और शुल्क
बिज़नेस लोन की फीस और शुल्क (Business Loan Fee & Charges) एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग-अलग होते हैं। फीस और शुल्क लोन राशि, ब्याज दर और भुगतान अवधि पर निर्भर करते हैं।
पैसाबाज़ार पर बिज़नेस लोन के लिए कैसे अप्लाई करें?
नीचे दिए गए आसान तरीके से बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करें:
- पूची गई जानकारी दर्ज करें चेक बॉक्स पर टिक करें और ”Unlock Best Offers” पर क्लिक करें
- अब आपको व्यक्तिगत जानकारी, रजिस्टर मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और रोज़गार संबंधित जानकारी दर्ज करनी होगी
- आपकी जानकारी के आधार पर आपको उन लोन ऑफर की लिस्ट दी जाएगी जिन्हें अप्लाई करने के लिए आप योग्य हैं। उनमें से तुलना करें और अपने लिए सबसे बेहतर चुनें
- इसके बाद संबंधित बैंक का प्रतिनिधि आपसे अन्य औपचारिकताओं के लिए संपर्क करेगा
- आपके द्वारा दी गई जानकारी, दस्तावेजों की वेरिफिकेशन और बैंक की मंज़ूरी के कुछ दिनों के अंदर लोन राशि आपके बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर कर दी जाएगी
महिलाओं के लिए विशेष लोन योजनाएं
महिलाओं के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बैंकों ने महिला उद्यमियों को विशेष लोन योजनाएं देनी शुरू कर दी है। इन लोन योजनाओं में महिलाओं को ब्याज दर और सिक्योरिटी/ गारंटी में रियायत दी जाती है। कुछ बैंकों में महिला उद्यमियों के लिए विशेष विभाग भी हैं जहां वे उन्हें लोन योजनाओं के बारे में बताया जाता है, व्यवसाय संबंधित सलाह दी जाती है और ट्रेन भी किया जाता है। वह महिला उद्यमी जिनकी हिस्सेदारी कंपनी में 50% से कम है, वे महिला विशेष लोन योजनाओं के लिए योग्य नहीं हैं।
महिला उद्यमियों के लिए कुछ लोकप्रिय लोन योजनाएं निम्नलिखित हैं:
- महिला उद्यम निधि योजना
- महिला समृद्धि योजना
- सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया से सेंट कल्याणी
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से श्रृंगार और अन्नपूर्णा
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से स्त्री शक्ति पैकेज
- बैंक ऑफ बड़ौदा से देना शक्ति योजना
- उद्योगिनी योजना
भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली लोन योजनाएं
- मुद्रा लोन योजना
- PMRY: प्रधानमंत्री रोज़गार योजना
- PMEGP: प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन योजना
- CGTMSE: छोटे व्यवसायों के लिए क्रेडिट गारंटी फण्ड ट्रस्ट
- 59 मिनट में PSB लोन
- स्टैंड-अप इंडिया
- स्टार्ट-अप इंडिया
- क्रेडिट-गारंटी योजना
- CLCSS: क्रेडिट लिंक्ड गारंटी सब्सिडी स्कीम
- नेशनल स्मॉल इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन सब्सिडी
बिज़नेस लोन के प्रकार
टर्म लोन (Term Loan)
टर्म लोन कई प्रकार के होते हैं, शॉर्ट-टर्म लोन, लॉन्ग-टर्म लोन और अन्य स्मॉल बिज़नेस लोन (Small Business Loan)। टर्म लोन के तहत जो राशि ऑफर की जाती है वो आवेदक की प्रोफाइल और ज़रूरत पर निर्भर करती है और इसका भुगतान 12 महीनों से 5 वर्ष तक में किया जा सकता है। टर्म लोन को दो भागों में बाटा जा सकता है, अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन और सिक्योर्ड बिज़नेस लोन। सिक्योर्ड लोन के लिए बैंक में सिक्योरिटी/ गारंटी देनी पड़ती है, जबकि अन-सिक्योर्ड लोन में ऐसा कुछ नहीं है।
वर्किंग कैपिटल लोन (Working Capital Loan)
वर्किंग कैपिटल लोन व्यवसायों की रोज़मर्रा की ज़रुरतों को पूरा करने के लिए दिए जाते हैं। अन्य कामों के लिए भी ये लोन लिया जा सकता है जैसे व्यवसाय को बढ़ाने के लिए, मशीनरी या उपकरण खरीदने के लिए, कच्चा माल खरीदने, किराया या कर्मचारियों का वेतन देने और आदि के लिए।
बिल (इनवॉइस) डिस्काउंटिंग (Bill Discounting Loan)
बिल डिस्काउंटिंग भी एक प्रकार का लोन है जो बैंक और NBFC देते हैं। एक विक्रेता जो उधारी पर सामान बेचता है, खरीदार से मिली बिल रसीद बैंक को देता है, रसीद इस बात का प्रमाण होती है कि बेचे गए सामान का पैसा तय तारीख को मिल जाएगा, बैंक इस रसीद के मूल्य से कुछ कम राशि विक्रेता को दे देता है और जब खरीदार रसीद का भुगतान करता है तो वो पैसा बैंक रख लेता है।
लैटर ऑफ़ क्रेडिट (Letter of Credit)
लैटर ऑफ़ क्रेडिट का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में किया जाता है, एक उद्योग जो अतर्राष्ट्रीय इम्पोर्ट-एक्सोर्ट का बिज़नेस करता है उसे दूसरे देश के सप्लायरों के साथ काम करना होता है। इन सप्लायरों को ये गारंटी चाहिए होती है कि उन्हें समय पर उनका भुगतान मिल जाएगा, ये गारंटी उद्योग की ओर से बैंक लौटर ऑफ़ क्रेडिट जारी कर के देता है।
पॉइंट ऑफ़ सेल (POS) लोन (POS Loan)
इस लोन में व्यापारी अपने बिक्री के रिकॉर्ड के आधार पर लोन लेता है। व्यापारी को बैंक को ये रिकॉर्ड देना होता है कि पिछले कुछ महीनों में उसके यहाँ POS मशीन (जिस मशीन पर खरीदारी/ भुगतान के लिए डेबिट/ क्रेडिट कार्ड स्वाइप किया जाता है) पर कितने मूल्य की खरीदारी हुई। इसी रिकॉर्ड के आधार पर बैंक व्यापारी को लोन देता है और अगले महीने फिर से खरीदारी होने पर व्यापारी को लोन का भुगतान करना होता है। इसमें लोन भुगतान के भी कई विकल्प होते हैं जैसे, व्यापारी महीने के महीने लोन का भुगतान करेगा या POS मशीन पर जो भी खरीदारी हो रही है उसका कुछ हिस्सा व्यापारी और कुछ बैंक को चला जाएगा।
ओवरड्राफ्ट लोन (Overdraft Loan)
ओवरड्राफ्ट लोन में आपको एक ओवरड्राफ्ट अकाउंट दिया जाता है जिसके लिए सीमित राशि स्वीकार की जाती है। आप उस सीमित राशि तक उस अकाउंट से जब चाहे तब पैसे निकाल सकते हैं। ब्याज केवल निकाली गई राशि पर लगेगा ना कि पूरी राशि पर। उदाहरण: अगर आपको 2 लाख रु. का ओवरड्राफ्ट मिला और आपने उसमें से 1 लाख रु. निकाले तो ब्याज केवल 1 लाख रु. पर ही लगेगा न कि 2 लाख रु. पर।
संबंधित सवाल
प्रश्न. इंस्टेंट बिज़नेस लोन (Instant Business Loan) लेने के लिए क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए?
उत्तर: बैंक/ लोन संस्थान 750 से ज़्यादा क्रेडिट स्कोर को अच्छा मानते हैं।
प्रश्न. बिज़नेस लोन (Business Loan) की भुगतान अवधि कितनी होनी चाहिए?
उत्तर: अगर आप कोई शॉर्ट टर्म लोन ले रहे हैं तो भुगतान अवधि 12 महीनों से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए। वहीं अगर आप बड़ा लोन ले रहे हैं तो आप 5 वर्ष तक की भुगतान अवधि चुन सकते हैं।
प्रश्न. नए उद्योग पर बिज़नेस लोन लेने के लिए GST का क्या प्रभाव होता है?
उत्तर: किसी भी उद्योग का GST भुगतान जितना ज़्यादा होगा तो उसका व्यवसाय भी उतना ही ज़्यादा चल रहा होता है। इसलिए बैंक इस तरह के उद्योगों पर ज़्यादा आसानी से भरोसा कर लेते हैं।
प्रश्न. बिज़नेस लोन (Business Loan) लेने के लिए किसी मौजूदा उद्योग का टर्नओवर कितना होना चाहिए?
उत्तर: बिज़नेस लोन के लिए किसी मौजूदा उद्योग का टर्नओवर कितना होना चाहिए, ये एक से दूसरे बैंक में अलग-अलग हो सकता है। हालाँकि, जिन उद्योगों का न्यूनतम वार्षिक टर्नओवर 10 लाख रु. है वो बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
प्रश्न. क्या कोई 21 वर्ष का व्यक्ति बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई कर सकता है?
उत्तर: कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष या उससे ज़्यादा है बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई कर सकता है।
प्रश्न. बिज़नेस लोन (Business Loan) की प्री-क्लोज़र और पार्ट-पेमेंट फीस कितनी होती है?
उत्तर: बिज़नेस लोन की प्री-क्लोज़र और पार्ट-पेमेंट फीस एक से दूसरे बैंक में अलग-अलग होती है। कुछ बैंकों में ये फीस शून्य होती है, और लोन राशि के 4% से 5% तक जा सकती है।
प्रश्न. भारत सरकारी कौन-कौनसी लोन योजनाएं चलाती है?
उत्तर: भारत सरकारी की कुछ मुख्य लोन योजनाएं हैं, मुद्रा योजना, सिडबी लोन, CGTMSE, PMEGP, स्टैंड-अप इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, 59 मिनट में PSB लोन, NSIC, नाबार्ड, आदि।