पर्सनल लोन की विशेषताएँ और लाभ
- लोन बिना कुछ गिरवी रखे मिलेगा
- 40 लाख रु. तक का लोन मिल सकता है, और भी बढ़ सकता है लेकिन बैंक पर निर्भर करता है
- किसी भी काम के लिए इसे उपयोग किया जा सकता है
- भुगतान अवधि 60 महीनों तक होगी, बढ़ भी सकती है
- न्यूनतम कागज़ी कार्यवाही
Personal Loan: ब्याज दरें
पर्सनल लोन की ब्याज दरें (Personal Loan interest rates) एक बैंक से दूसरे बैंक/ लोन संस्थान में अलग-अलग हो सकती हैं। बैंक कितनी ब्याज दर पर लोन ऑफर करता है ये आवेदक के क्रेडिट स्कोर, रोज़गार, आय और लोन राशि व भुगतान अवधि जैसे कारकों पर निर्भर करता है।
बैंकों की पर्सनल लोन ब्याज दरों की तुलना
नीचे दी गई टेबल में भारत के मुख्य बैंकों और NBFC की पर्सनल लोन ब्याज दरों की तुलना की गई है:
बैंक/लोन संस्थान | ब्याज दर (प्रतिवर्ष) | प्रोसेसिंग फीस* (₹) | अप्लाई |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 9.60% – 13.85% | 1.5% तक | अप्लाई करें |
HDFC बैंक | 10.25% से शुरू | 2.5% तक | अप्लाई करें |
पंजाब नेशनल बैंक | 8.30% – 14.85% | 1% तक | अप्लाई करें |
ICICI बैंक | 10.25% से शुरू | 2.5% तक | अप्लाई करें |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 10.40% – 16.00% | 2% | अप्लाई करें |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 9.30% – 13.40% | 1% (अधिकतम ₹7,500) | अप्लाई करें |
ऐक्सिस बैंक | 10.25% से शुरू | 1.5% तक | अप्लाई करें |
बैंक ऑफ इंडिया | 10.75% से शुरू | 2% तक | अप्लाई करें |
इंडियन बैंक | 8.90% – 9.40% | 1% तक | अप्लाई करें |
कोटक महिंद्रा बैंक | 10.75% से शुरू | 2.50% तक | अप्लाई करें |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 8.45% – 10.05% | ₹500 तक | अप्लाई करें |
इंडसइंड बैंक | 10.49% से शुरू | 3% तक | अप्लाई करें |
IDBI बैंक | 9.50% – 14.00% | 1% तक | अप्लाई करें |
यस बैंक | 10.99% से शुरू | 2.5% तक | अप्लाई करें |
UCO बैंक | 10.05% – 10.45% | 1% तक | अप्लाई करें |
फेडरल बैंक | 10.49% – 17.99% | 3% तक | अप्लाई करें |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 9.85%-13.20% | 1% तक | अप्लाई करें |
IDFC फर्स्ट बैंक | 10.49% से शुरू | 2.5% तक | अप्लाई करें |
बजाज फिनसर्व | 13.00% से शुरू | 4% तक | अप्लाई करें |
RBL बैंक | 14.00% से शुरू | 3.5% तक | अप्लाई करें |
मुथूट फाइनेंस | 14.00% से शुरू | 3.5% तक | अप्लाई करें |
सिटी बैंक | 9.99% – 16.49% | 3% तक | अप्लाई करें |
टाटा कैपिटल | 10.99% से शुरू | 2.75% तक | अप्लाई करें |
स्टैण्डर्ड चार्टर्ड बैंक | 11.49% से शुरू | 1% | अप्लाई करें |
HSBC बैंक | 9.50% – 15.25% | 1% तक | अप्लाई करें |
स्टैशफिन | 11.99% से शुरू | 10% तक | अप्लाई करें |
फुलर्टन इंडिया | 11.99% से शुरू | 6% तक | अप्लाई करें |
फेयरसेंट | 12.00% से शुरू | 8% तक | अप्लाई करें |
क्रेडिटबी | 12.24% से शुरू | 6% तक | अप्लाई करें |
मनीव्यू | 15.96% से शुरू | 2% से शुरू | अप्लाई करें |
पेसेंस | 16.80% से शुरू | 2.5% तक | अप्लाई करें |
अर्ली सैलरी | 18.00% से शुरू | 2% | अप्लाई करें |
होम क्रेडिट | 24.00% से शुरू | 5% तक | अप्लाई करें |
CASHe | 27.00% से शुरू | ₹1200 या 3% तक | अप्लाई करें |
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज | 36% तक | 3% तक | अप्लाई करें |
Clix Capital | लोन अग्रीमेंट के मुताबिक | 10% तक | अप्लाई करें |
कृप्या नोट करें: ब्याज दरें मार्च, 2022 में अपडेट की गई हैं। पर्सनल लोन की ब्याज दरें बिना किसी सूचना के कभी भी बदल सकती हैं।
पर्सनल लोन की ब्याज दरों को प्रभावित करने वाले कारक
नीचे बताया गया है कि बैक किन कारकों के आधार पर पर्सनल लोन (Personal loan) की ब्याज दरें तय करता है:
आपका क्रेडिट स्कोर
क्रेडिट स्कोर ये दर्शाता है कि व्यक्ति को पर्सनल लोन देने में कितना जोखिम है। तो अगर आपक क्रेडिट स्कोर कम है तो बैंक ज़्यादा जोखिम लेने के खामियाज़े के रूप में ज़्यादा ब्याज दरें भी लोन पर लागू कर देगा। इसलिए, हमेशा सलह दी जाती है कि 750 या ज़्यादा का क्रेडिट स्कोर बनाएं रखें।
आपकी मासिक इनकम
बैंक ये मानते हैं कि जिस आवेदक की इनकम ज़्यादा होगी वो लोन का भुगतान समय पर कर पाएगा। इसलिए, जिन लोगों की इनकम ज़्यादा होती है उन्हें पर्सनल लोन जल्दी और कम बताय दरों पर मिल जाता है।
कहाँ काम करते हैं
पर्सनल लोन की ब्याज दरें तय करते समय ये भी देखते हैं कि आप कहाँ काम करते है और क्या काम करते हैं। प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने वाले व्यक्तियों को तुलनात्मक रूप से जल्दी और बेहतर ब्याज दरों पर लोन मिल जाता है। सरकारी नौकरी करने वाले लोगों को भी उनकी जॉब सिक्योरिटी की वजह से बेहतर ब्याज दरों पर्सनल लोन मिल जाता है।
बैंक के साथ आपका संबंध
अगर आपका किसी बैंक के साथ अच्छा और पुराना संबंध हैं और आपने पहले भी लोन का भुगतान समय पर किया है तो बैंक अन्य के मुकाबले आपको आसान शर्तों व कम ब्याज दरों पर लोन दे सकता है। बैंक के मौजूदा ग्राहकों को प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर भी मिल सकते हैं।
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पर्सनल लोन के प्रकार
वैडिंग लोन
भारत में शादियों का खर्च अक्सर बहुत ज़्यादा होता है और अपनी सारी जमापूंजी को शादी पर खर्च कर देना समझदारी नहीं है। इसलिए, आप शादी के लिए वैडिंग लोन ले सकते हैं, ये प्रकार लोन का ही एक प्रकार है।
हायर एजुकेशन लोन
आप विदेश में पढ़ाई के लिए अपने, अपने बच्चों या अपने पति-पत्नी के लिए ये पर्सनल लोन (Personal loan) ले सकते हैं। इस लोन का उपयोग आप कॉलेज की फीस, फ्लाइट टिकट, वीज़ा, वहां रहने के खर्च और आदि के लिए कर सकते हैं।
मेडिकल लोन
अगर अचानक कोई मेडिकल इमरजेंसी आ जाती है और आपके या आपके परिवार के पास मेडिकल इंश्योरेंस नहीं है तो आप मेडिकल खर्च के लिए पर्सनल लोन ले सकते हैं।
होम रेनोवेशन लोन
लोग अपनी सुविधा और ज़रूरत के लिए अपने घरों में बदलाव कराते रहते हैं और इसमें खर्च की कोई सीमा नहीं है। आप होम रेनोवेशन के लिए पर्सनल लोन ले सकते हैं और अपने घर को बेहतर बना सकते हैं।
ट्रेवल लोन
आप अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मनाने या विदेश में घूमने के लिए पर्सनल लोन ले सकते हैं। आप अपने देश में भी कहीं घूमने या हनीमून या क्रूस पर जाने के लिए भी ये लोन ले सकते हैं।
डेट कंसोलिडेशन लोन
अगर आप कई छोटी ईएमआई का भुगतान कर रहे हैं, तो आप डेट कंसोलिडेशन लोन लेकर उन सभी लोन का भुगतान कर सकते हैं और फिर केवल इस पर्सनल लोन की एक ईएमआई चुका सकते हैं।
पर्सनल लोन की योग्यता शर्तें
पर्सनल लोन (Personal loan) लेने के लिए आपको निम्नलिखित मुख्य शर्तों को पूरा करना होगा:
- उम्र: आवेदक की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम 60 वर्ष होनी चाहिए
- क्रेडिट स्कोर: 750 या ज़्यादा
- सैलरी: नौकरीपेशा लोगों की न्यूनतम सैलरी 15000 रु. प्रति माह होनी चाहिए
- स्थिर रोज़गार: कुल कार्य अनुभव 2 वर्ष जिसमें से 1 वर्ष से एक ही पेशे में होना चाहिए और स्वयं-रोज़गार वाले व्यक्ति न्यूनतम 2 वर्ष से एक ही पेशे में हों
- रोज़गार का प्रकार: प्रतिष्ठित संस्थानों, MNC, प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कंपनियों, सरकारी संस्थानों, PSU में काम करने वाले व्यक्ति
*पर्सनल लोन के लिए ऊपर बताई गई योग्यता शर्तें सामान्य हैं, बैंक/ लोन संस्थान के आधार पर ये शर्तें बदल/ बढ़ भी सकती हैं।
पर्सनल लोन लेने में क्रेडिट स्कोर की भूमिका
क्योंकि पर्सनल लोन (Personal loan) के लिए आप बैंक के पास कुछ गिरवी नहीं रखते हैं, इसलिए पर्सनल लोन देने में बैंक को तुलनात्मक रूप से ज़्यादा जोखिम होता है। अपने जोखिम को कम करने के लिए बैंक उन्ही आवेदकों को पर्सनल लोन देना पसंद करते हैं। अपनी पर्सनल लोन एप्लीकेशन की स्वीकार होने की संभावनाएं बढ़ाने के लिए 750 या ज़्यादा क्रेडिट स्कोर बनाए रखें।
Personal Loan: ज़रूरी दस्तावेज
ज़्यादातर बैंक और NBFC ज़रूरी दस्तावेजों के रूप में लगभग समान दस्तावेज ही मांगते हैं। इस तरह के दस्तावेजों की जानकारी नीचे टेबल में दी गई है:
पहचान पत्र | पैन कार्ड/ वोटर आईडी/ आधार कार्ड/ पासपोर्ट/ ड्राइविंग लाइसेंस |
पता प्रमाण पत्र | बैंक अकाउंट स्टेटमेंट/ आधार कार्ड/ प्रोपर्टी खरीदने ये लीस का एग्रीमेंट/ यूटिलिटी बिल (पिछले 3 महीनों से पुराना नहीं)/ पासपोर्ट/ ड्राइविंग लाइसेंस |
आय प्रमाण पत्र | नौकरीपेशा के लिए: सैलरी स्लिप/ बैंक अकाउंट स्टेटमेंट/ फॉर्म 16 स्वयं रोज़गार के लिए: पिछले साल का इनकम टैक्स रिटर्न/ पर्सनल लोन स्टेटमेंट और बैलेंस शीट/ बैंक अकाउंट स्टेटमेंट |
बिज़नेस का प्रमाण | सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस/ पार्टनरशिप एग्रीमेंट/ GST रजिस्ट्रेशन और भरने के दस्तावेज/ MOA और AOA/ शॉप लाइसेंस |
*इसके अलावा बैंक अन्य दस्तावेज भी मांग सकते हैं।
ये भी पढ़ें: पर्सनल लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेजों की पूरी लिस्ट
पर्सनल लोन नामंज़ूर होने की संभावना कम कैसे करें?
- 750 या ज़्यादा क्रेडिट स्कोर बनाएं रखें
- समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चैक करें और कोई भी गलत जानकारी मिलने पर क्रेडिट रिपोर्ट को उसकी सूचना दें ताकि उसमें सुधार हो सके। रिपोर्ट में गलत जानकारी होने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है
- विभिन्न बैंकों व NBFC के पर्सनल लोन ऑफर की तुलना करें और वो ऑफर चुनें जो आपके लिए बेहतर है
- उन बैंकों व NBFC में अप्लाई करें जहन आपको लोन मिलने की संभावना ज़्यादा है
- अपना क्रेडिट यूटिलाईजेशन रेश्यो 30% से कम रखें
- कम समय में कई बार लोन के लिए अप्लाई ना करें
Personal Loan: फीस और शुल्क
ब्याज दरों के अलावा, पर्सनल लोन पर अन्य फीस और शुल्क (Personal Loan Fee & Charges) भी लागू होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य फीस और शुल्क हैं:
- प्रोसेसिंग फीस: ये फीस पर्सनल लोन प्रक्रिया (Personal Loan Process) से संबंधित प्रशासनिक शुल्क के लिए होती है। आमतौर पर, प्रोसेसिंग फीस लोन राशि की 1 से 3% तक होती है।
- प्री-पेमेंट और फोर-क्लोज़र फीस: जब आप लोन के लिए तय EMI राशि से ज़्यादा भुगतान करते हैं, तो उसे प्री-पेमेंट कहते हैं। जब आप अपने लोन का भुगतान तय समय से पहले कर देते हैं उसे फोर-क्लोज़र कहते हैं। प्री-पेमेंट करने या फोर-क्लोज़र करने, दोनों पर ही बैंक अक्सर फीस लगाते हैं। ये फीस जमा की गई मूल राशि की 0 से 5% के बीच होती है और साथ ही अतिरिक्त टैक्स भी लागू होता है।
- लेट पेमेंट फीस: जब आप अपनी EMI का भुगतान समय पर नहीं कर पाते हैं तब बैंक ये फीस वसूलता है। ये फीस बकाया EMI के साथ देनी होती है।
- चेक बाउंस फीस: जिस बैंक अकाउंट से EMI राशि काटी जाती है, अगर उसमें EMI भुगतान के समय पैसे EMI राशि से कम हों या ना हों, तो चेक बाउंस फीस ली जाती है। ये आमतौर पर 500 रु. + GST होती है।
पर्सनल लोन बैलेंस ट्रान्सफर क्या है?
पर्सनल लोन बैलेंस ट्रान्सफर के तहत आप अपने बकाया पर्सनल लोन को किसी अन्य बैंक व NBFC में ट्रान्सफर कर सकते हैं और फिर उसका कम ब्याज दरों व बेहतर शर्तों पर भुगतान कर सकते हैं। इसका लाभ वो लोग उठा सकते हैं जिन्होंने ज़्यादा ब्याज दरों पर लोन ले लिया है लेकिन अब उन्हें कम ब्याज दरों पर लोन ऑफर हो रहा है, क्योंकि इस बीच उनकी क्रेडिट प्रोफाइल में सुधार हुआ होगा।
पैसाबाज़ार पर पर्सनल लोन के लिए कैसे आवेदन करें?
निम्नलिखित तरीके का पालन करके आप पर्सनल लोन (Personal Loan) के लिए Paisabazaar.com पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं:
- स्टेप 1: पर्सनल लोन आवेदन प्रक्रिया को शुरू करने के लिए यहाँ क्लिक करें
- स्टेप 2: आवश्यक जानकारी दर्ज करें और दिए गए नियमों और शर्तों से सहमत हों
- स्टेप 3: इसके बाद आपके नंबर पर OTP भेजा जाएगा, वो दर्ज करें और जानें कि आप किन-किन पर्सनल लोन ऑफर के लिए योग्य हैं
- स्टेप 4: पर्सनल लोन ऑफर की तुलना करें व अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप अपने लिए सबसे बेहतर चुनें व अप्लाई करें।
संबंधित सवाल (FAQs)
प्रश्न. पर्सनल लोन प्राप्त करने के लिए न्यूनतम कितना क्रेडिट स्कोर होना चाहिए?
उत्तर: ये बैंक की योग्यता शर्तों पर निर्भर करता है। ज़्यादातर बैंक/ लोन संस्थान पर्सनल लोन के लिए न्यूनतम क्रेडिट स्कोर (Credit Score for Personal Loan) तय नहीं करते हैं। कुछ लोन संस्थान कम क्रेडिट स्कोर (750 से कम) वाले व्यक्तियों को पर्सनल लोन दे देते हैं लेकिन भारी ब्याज वसूलते हैं।
प्रश्न. पर्सनल लोन के लिए न्यूनतम सैलरी कितनी होनी चाहिए?
उत्तर: पर्सनल लोन के लिए न्यूनतम सैलरी (Minimum Salary for Personal Loan) कितनी होनी चाहिए ये एक बैंक से दूसरे बैंक पर निर्भर करता है। हालाँकि, बड़े बैंकों में पर्सनल लोन अप्लाई करने के लिए मासिक आय 25000 रु. प्रतिमाह या ज़्यादा होनी चाहिए। कुछ फिनटेक कम आय वाले लोगों को भी पर्सनल लोन प्रदान करते हैं।
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प्रश्न. मैं एक पेंशनधारक हूँ क्या मुझे पर्सनल लोन मिल सकता है, अगर भारत के किसी एक मुख्य बैंक में मेरा पेंशन अकाउंट है?
उत्तर: हाँ, आप पर्सनल लोन (Personal Loan) ले सकते हैं, अगर आप एक पेंशनधारक हैं और किसी मुख्य बैंक में आपका पेंशन अकाउंट है। हालाँकि, आपको ये सुनिश्चित करना होगा कि जिस बैंक में आपका पेंशन अकाउंट है वो पेंशनधारकों को पर्सनल लोन देता हो और आप उसकी योग्यता शर्तों को पूरा करें।
ये भी पढ़ें: पेंशनधारक पर्सनल लोन कैसे ले सकते हैं
प्रश्न. क्या एक छात्र पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर सकता है?
उत्तर: आमतौर, छात्र पर्सनल लोन के लिए योग्य नहीं होते हैं, क्योंकि इसके लिए स्थाई आय और अच्छा क्रेडिट स्कोर चाहिए। हालाँकि, अगर आपके पास स्थाई आय है और बैंक की योग्यता शर्तों को पूरा करते हैं तो आप पर्सनल लोन ले सकते हैं।
प्रश्न. मैं एक होम लोन का भुगतान कर रहा हूँ, क्या मैं एक पर्सनल लोन भी ले सकता हूँ?
उत्तर: हाँ, अगर आप एक होम लोन का भुगतान कर रहे हैं तब भी आप पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। हालाँकि, एप्लीकेशन मंज़ूर होने की संभावना आपकी भुगतान क्षमता और क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करती है। इसके, अलावा आप होम लोन टॉप-अप पर भी विचार कर सकते हैं। इसकी ब्याज दर भी पर्सनल लोन से कम होती है।
प्रश्न. क्या एक स्वयं-रोज़गार पर्सनल लोन (Personal Loan) के लिए अप्लाई कर सकता है?
उत्तर: हाँ, स्वयं-रोज़गार जैसे डॉक्टर, बिज़नेसमैन, चार्टर्ड अकाउंटेंट, आदि पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा, कई बैंक और NBFC बिज़नेसमैन, डॉक्टर और चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए विशेष पर्सनल लोन ऑफर प्रदान करते हैं।
प्रश्न. क्या मुझे पर्सनल लोन के लिए सबसे कम EMI का विकल्प ही चुनना चाहिए?
उत्तर: आप कितनी EMI राशि चुनना चाहते हैं ये आपकी भुगतान क्षमत पर निर्भर करता है, EMI राशि उतनी ही चुने जिसका भुगतान आप बिना किसी डिफ़ॉल्ट के पूरी लोन अवधि के दौरान कर पाएं। हालाँकि, कम EMI राशि में अक्सर लोन भुगतान अवधि लम्बी होती है जिसके कारण आपको लम्बे समय में ज़्यादा ब्याज बैंक को देना पड़ता है।
वहीं, छोटी भुगतान अवधि में ज़्यादा EMI राशि का विकल्प चुनने पर आपको कम ब्याज का भुगतान करना होगा। इसलिए, EMI चुनने से पहले हमेशा ब्याज की कैलकुलेशन कर लें।
प्रश्न. क्या मुझे बिना सैलरी स्लिप के पर्सनल लोन मिल सकता है?
उत्तर: हाँ, आपको बिना सैलरी स्लिप के पर्सनल लोन (Personal Loan without Salary Slip)) मिल सकता है। आपके केवल अपना बैंक अकाउंट स्टेटमेंट/ फॉर्म 16 की कॉपी/ एम्प्लोयी सर्टिफिकेट, आदि को आय प्रमाण पत्र के रूप में जमा करना होगा। हालाँकि, ये सलह दी जाती है कि लोन के लिए किन दस्तावेजों की ज़रूरत होगी इसे पहले ही जान लेना चाहिए क्योंकि ये एक से दूसरे बैंक में अलग-अलग हो सकते हैं।
प्रश्न. क्या मैं शादी के लिए पर्सनल लोन (Personal Loan for Marriage) ले सकता हूँ?
उत्तर: हाँ, आप शादी के लिए पर्सनल लोन ले सकते हैं क्योंकि पर्सनल लोन के उपयोग पर कोई सीमा नहीं है। कुछ बैंक तो शादी के लिए विशेष रूप से पर्सनल लोन प्रदान करते हैं।
ये भी पढ़ें: जानें शादी के लिए SBI से कैसे लें पर्सनल लोन
प्रश्न. क्या मैं एक ही समय पर दो बैंकों से पर्सनल लोन ले सकता हूँ?
उत्तर: हाँ, आप एक ही समय पर दो बैंकों से पर्सनल लोन ले सकते हैं। हालाँकि, ऐसा करने की सलह नहीं दी जाती है, ये केवल आपके क्रेडिट स्कोर को ही प्रभावित नहीं करता है बल्कि आपके EMI भुगतान को भी बढ़ा देता है। दो छोटे पर्सनल लोन लेने के बजाए एक बड़ा पर्सनल लोन लेना बेहतर है। इस तरह आप लम्बे समय तक कम राशि की EMI देकर उसका भुगतान कर सकते हैं और ये आपके क्रेडिट स्कोर को भी बढ़ाएगा। इसके अलावा, प्रोसेसिंग फीस और अन्य लोन संबंधित शुल्क की भी बचत होगी।
प्रश्न. क्या क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान के लिए पर्सनल लोन लेना सही है?
उत्तर: हाँ, इसे एक अच्छा विकल्प माना जाता है क्योंकि,
- पर्सनल लोन से कई क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान अब एक बार में कर के केवल एक लोन EMI का भुगतान कर सकते हैं
- क्रेडिट कार्ड की ब्याज दर पर्सनल लोन से ज़्यादा होती है। इसलिए इससे आपकी ब्याज की भी बचत होती है
प्रश्न. रिड्युसिंग बैलेंस इंटरेस्ट रेट और फ्लैट इंटरेस्ट रेट में क्या अंतर है?
उत्तर: रिड्युसिंग बैलेंस इंटरेस्ट रेट में ब्याज लोन की बकाया राशि पर लगता है यानी हर EMI के भुगतान के बाद जो लोन राशि बच रही है उस पर, इस तरह लोन अवधि के साथ ब्याज लागत भी घटती रहती है। वहीं, फ्लैट इंटरेस्ट रेट में, पूरी भुगतान अवधि के दौरान ब्याज दर मूल लोन राशि पर लागू होती है और इसलिए, लोन अवधि के साथ ब्याज लागत नहीं घटती है।
प्रश्न. प्री-अप्रूव्ड लोन क्या होते हैं?
उत्तर: ये पर्सनल लोन की एक विशेष कैटेगरी है, जिन्हें इंस्टेंट पर्सनल लोन (Instant Personal Loan) भी कहा जाता है। इन्हें बैंक या NBFC के मौजूदा ग्राहकों (खाताधारक/ क्रेडिट कार्डधारक) को ऑफर किया जाता है। इनकी विशेषता ये होती है कि इनमें बहुँत कम या कोई कागज़ी कार्यवाही नहीं होती है और अप्लाई करने के बाद बहुत जल्द (आमतौर पर कुछ घंटों में) लोन राशि ट्रान्सफर हो जाती है।
प्रश्न. टॉप-अप लोन क्या है?
उत्तर: अगर आप किसी पर्सनल लोन का भुगतान कर रहे हैं तो आप उसी बैंक से टॉप-अप लोन का आवेदन कर सकते हैं। इस लोन की राशि आपके मौजूदा लोन में जोड़दी जाएगी और भुगतान के लिए आपको नई अवधि दी जाएगी। इसकी ब्याज दर अक्सर मौजूदा लोन के समान ही होती है।
प्रश्न. पर्सनल लोन पर GST का कितना प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: पर्सनल लोन पर GST का प्रभाव बहुँत ज़्यादा नहीं होता है क्योंकि ये EMI पर लागू नहीं होता है। हालाँकि, इस पर लगने वाला सर्विस टैक्स 15% से 18% हो गया है। इसके चलते, प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट फीस आदि शुल्क बढ़ जाएंगें।
प्रश्न. क्या पर्सनल लोन लेने पर कोई टैक्स छूट मिलती है?
उत्तर: इनकम टैक्स अधिनियम के मुताबिक, पर्सनल लोन के लिए कोई विशेष छूट नहीं मिलती है। जबकि, अगर आप लोन का उपयोग होम रेनोवेशन/ मरम्मत के लिए करते हैं तो लोन के ब्याज भुगतान पर आपको इनकम टैक्स अधिनियम 24b के मुताबिक, टैक्स में छूट मिलेगी।
प्रश्न. पर्सनल लोन से संबंधित टर्म जैसे सेटलमेंट, डिफ़ॉल्ट और क्लोज़्ड का क्या मतलब है?
उत्तर: हो सकता है कि अपनी क्रेडिट रिपोर्ट पपड़ते हुए आपको अपने पुराने क्रेडिट कार्ड/ लोन के संबंध में सेटलमेंट, डिफ़ॉल्ट और क्लोज़्ड जैसे टर्म मिलें। ये टर्म सिर्फ पर्सनल लोन के लिए नहीं बल्कि सभी तरह के क्रेडिट प्रोडक्ट के लिए हैं। इनका मतलब निम्नलिखित है:
सेटलमेंट: अगर आप अपने लोन का भुगतान करने में असमर्थ होते हैं तो बैंक आपके साथ एक सेटलमेंट एग्रीमेंट करता है जिसके तहत आप अपनी बकाया लोन राशि का 30% से 40% भुगतान करते हैं और बाकी की राशि बैंक की ओंर से माफ़ कर दी जाती है। हालाँकि, ये विकल्प सबसे अंत में चुनना चाहिए, क्योंकि इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर बहुँत बुरा प्रभाव होता है।
डिफ़ॉल्ट: इसका मतलब है कि आपने अपने लोन के भुगतान में डिफ़ॉल्ट किया है यानी अपने लोन का भुगतान नहीं किया है। आप और आपका बैंक कोई सेटलमेंट एग्रीमेंट भी नहीं कर पाएं हैं। ये लोन लेने का सबसे खराब नतीजा हो सकता है क्योंकि इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर तो बहुँत ख़राब प्रभाव पड़ता ही है, साथ ही बैंक आपको जोखिमभरे उधारकर्ता के रूप में देखना शुरू कर देते हैं।
क्लोज़्ड: इसका मतलब है कि आपने अपने लोन का भुगतान सफलतापूर्वक कर दिया है। लोन का सफलतापूर्वक भुगतान करने से आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा बना रहता है और बैंक आपको कम जोखिमभरे उधारकर्ता के रूप में देखते हैं।
प्रश्न. प्री-पेमेंट का क्या मतलब है और क्या इस पर कोई शुल्क लागू होता है?
उत्तर: जब आप तय अवधि से पहले अपने लोन का भुगतान कर देते हैं, तो इसे प्री-पेमेंट कहते हैं। हाँ, कई बैंक और NBFC प्री-पेमेंट पर बकाया लोन राशि का 1% से 5% तक शुल्क लगाते हैं।
प्रश्न. प्री-पेमेंट और फोर-क्लोज़र के क्या लाभ हैं?
उत्तर: इससे जुड़ी हुई फीस व शुल्क के बावजूद, लोन प्री-पेमेंट एक लाभदायक विकल्प है। अगर आप अपने पूरे बकाया लोन का भुगतान एक साथ कर देते हैं, तो आपको ब्याज पर काफी बचत होती है। इसके अलावा, अगर आप अपनी बकाया लोन राशि का एक बड़ा हिस्सा प्री-पेमेंट से चुकाते हैं, तो आपको EMI राशि कम करने या अवधि घटाने का विकल्प मिलता है।
प्रश्न. क्या मैं अपना पर्सनल लोन (Personal Loan) किसी अन्य व्यक्ति को ट्रान्सफर कर सकता हूँ?
उत्तर: वर्तमान नियमों के मुताबिक, अपना पर्सनल लोन किसी अन्य व्यक्ति को ट्रान्सफर करना सम्भव नहीं है। हालाँकि, कुछ लोन में को-बोरोवर/ गारंटर होता है, ऐसे में अगर मुख्य उधारकर्ता लोन का भुगतान नहीं करता है तो को-बोरोवर/ गारंटर भुगतान के लिए ज़िम्मेदार होगा।