महिला उद्योग निधि (MUN) योजना स्मॉल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक (SIDBI) के तहत महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सशक्त बनाने और कम ब्याज दरों पर आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। यह योजना महिला उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई है। महिला उद्योग निधि योजना द्वारा प्रदान किए जाने वाले फंड का उपयोग मध्यम और छोटे व्यवसाय (MSME) द्वारा सर्विस, मैन्चुफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन से जुड़ी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है।
महिला उद्योग निधि योजना के तहत, महिला उद्यमी अपना खुद का बिज़नस या स्मॉल बिज़नस शुरू करने के लिए 10 लाख रु. के लिए लोन सहायता प्राप्त कर सकती हैं। इस योजना के तहत दी जाने वाली ब्याज दरें एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग-अलग हो सकती हैं। मौजूदा प्रोजेक्ट को अपग्रेड या बढ़ाने के लिए फंड सपोर्ट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस योजना के तहत दी जाने वाली अधिकतम लोन भुगतान अवधि 5 वर्ष से 10 वर्ष तक है।
सबसे कम ब्याज दरों पर स्टार्ट-अप के लिए बिज़नेस लोन प्राप्त करें अभी अप्लाई करें
महिला उद्यम निधि योजना की योग्यता शर्तें
- आवेदक मौजूदा और नए मध्यम और छोटे व्यवसाय (MSME), अति-छोटे व्यवसाय (SSI) की शुरुआत करने वाली महिला उद्यमी होनी चाहिए
- व्यवसाय में महिला उद्यमी का मालिकाना हक़ 51% से कम नहीं होनी चाहिए, जो मैन्चुफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन के उद्देश्यों में लगी हुई है
- मौजूदा या नए MSME सेवाओं, बिज़नस और मैन्चुफैक्चरिंग सेक्टर में लगे हुए हैं
- कम से कम 5 लाख रु. के न्यूनतम निवेश के साथ MSME या छोटे व्यवसाय योग्य हैं
- विभिन्न गतिविधियों में लगे MSME, जैसे कि व्यापार विस्तार, सुधार, विविधीकरण, और टैक्नोलॉजी अपग्रेडेशन
प्रोजेक्ट प्रोफाइल की विशेषताएं
- आपके प्रोजेक्ट का खर्च 10 लाख रु. से अधिक नहीं होना चाहिए
- प्रोजेक्ट खर्च के 25% तक का लोन, अधिकतम 2.5 लाख रु. प्रति प्रोजक्ट महिला उद्यमियों के लिए पेशकश की जाती है
- लोन भुगतान अवधि 10 वर्ष तक है, जिसमें 5 वर्ष की मोरेटोरियम अवधि (लोन लेने के पाँच वर्ष बाद उसका भुगतान शुरू करना) शामिल है
- SIDBI द्वारा ब्याज दर तय की जाती है, जो बैंकों द्वारा समय-समय पर अलग हो सकती है और SIDBI द्वारा महिला उद्यमियों को बता दिया जाएगा
- स्वीकृत लोन के अनुसार, संबंधित बैंक द्वारा प्रति वर्ष 1% का सर्विस टैक्स लिया जाता है
- सर्विस टैक्स बैंकों या वित्तीय संस्थानों पर निर्भर करता है
महिला उद्योग निधि योजना में शामिल गतिविधियां इस प्रकार हैं
- ऑटो-रिपेयरिंग और सर्विस सेंटर
- ब्यूटी पार्लर
- केबल टीवी नेटवर्क
- कैंटीन और रेस्टोरेंट
- कम्प्यूटराइज़्ड डेस्क टॉप पब्लिशिंग
- नर्सरी
- साइबर कैफे
- डे केयर सेंटर
- ISD/ STD बूथ
- लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनिंग
- मोबाइल रिपेयरिंग
- फोटोकॉपी (ज़ेरॉक्स) सेंटर
- ऑटो रिक्शा, टू-व्हीलर, कारों की खरीद
- टीवी रिपेयरिंग
- सड़क परिवहन ऑपरेटर
- सैलून
- कृषि और कृषि उपकरणों की सेवा
- सिलाई
- प्रशिक्षण संस्थान
- टाइपिंग सेंटर
- वॉशिंग मशीन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल गैजेट्स, आदि
महिला उधम निधि योजना को सबसे पहले पंजाब नेशनल बैंक द्वारा शुरू किया गया था ताकि छोटे व्यवसाय में लगी महिला उद्यमियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। हालांकि, कई बैंक हैं जो सस्ती और आकर्षक ब्याज दरों पर महिला उद्योग योजना पेश करते हैं। इसके अलावा, महिला उद्यमियों द्वारा अपना बिज़नस शुरू करने के लिए कोई सिक्योरिटी या गारंटी देने की ज़रूरत नहीं है। यह योजना महिला उद्यमियों को अपना खुद का बिज़नस शुरू करने में मदद करती है और उन्हें अपने हित और कौशल के क्षेत्र में बढ़ने और विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
इसे भी पढ़ें: महिलाओं को बिज़नेस करने के लिए आर्थिक मदद देती हैं ये 5 सरकारी योजनाएं!
महिला उद्योग निधि योजना की तरह, महिला उद्योग के विकास और विकास को बढ़ावा देने और मदद करने वाली कई अन्य योजनाएं हैं जिनमें मुद्रा लोन योजना , TREAD (व्यापार से संबंधित उद्यमिता सहायता और विकास) योजना, केंद्र कल्याण योजना, उद्योग शक्ति योजना, देना शक्ति योजना, अन्नपूर्णा योजना और स्त्री शक्ति योजनाएं शामिल हैं।