प्रमुख बैंकों और NBFCs की ब्याज दरें (मई 2025)
पर्सनल लोन की ब्याज दरें हर बैंक और NBFCs में अलग होती हैं। जहां प्राइवेट सेक्टर के बैंक 10.50% प्रति वर्ष से शुरू होने वाली ब्याज दरों पर पर्सनल लोन ऑफर करते हैं, वहीं कुछ पब्लिक सेक्टर के बैंकों में पर्सनल लोन की ब्याज दरें इससे कम होती हैं। इसके अलावा, ब्याज दरें कई फैक्टर्स पर भी निर्भर करती हैं, जैसे- आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल, लेंडर के क्रेडिट रिस्क-आधारित प्राइसिंग मॉडल और कॉस्ट ऑफ फंड्स आदि। क्योंकि ब्याज दरों का सीधा असर लोन की कुल लागत पर पड़ता है, इसलिए लोन आवेदकों को हमेशा ऐसे लोन ऑफर्स की तलाश करनी चाहिए जिनमें उन्हें कम ब्याज मिल रहा हो।
इसके लिए, आवेदकों को सबसे पहले उन बैंकों या वित्तीय संस्थानों के ऑफर्स को चेक करना चाहिए, जहां उनका पहले से डिपॉज़िट, क्रेडिट कार्ड या लोन अकाउंट हो। इसके बाद, उन्हें पैसाबाज़ार जैसे ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस पर जाकर अन्य बैंकों और NBFCs द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों की तुलना करनी चाहिए।
बैंक/ लोन संस्थान | ब्याज दरें (प्रति वर्ष) |
HDFC बैंक | 10.85% से शुरू |
ICICI बैंक | 10.85% से शुरू |
एक्सिस बैंक | 11.25% से शुरू |
कोटक महिंद्रा बैंक | 10.99% से शुरू |
इंडसइंड बैंक | 10.49% से शुरू |
IDFC फर्स्ट बैंक | 10.99% से शुरू |
टाटा कैपिटल | 11.99% से शुरू |
मनी व्यू | 14.00%-36.00% |
फेडरल बैंक | 11.49% से शुरू |
डीएमआई फाइनेंस | 24.00% तक |
L&T फाइनेंस | 11.00% से शुरू |
क्रेडिटबी | 16.00% - 29.95% |
पिरामल फाइनेंस | 12.90% से शुरू |
आदित्य बिरला फाइनेंस | 10.99% से शुरू |
पर्सनल लोन के प्रमुख प्रकार
प्रकार | विवरण |
प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन | यह लोन बैंक और NBFCs अपने मौजूदा कस्टमर्स उनकी क्रेडिट हिस्ट्री, इनकम, कंपनी/एंप्लॉयर प्रोफाइल आदि के आधार पर ऑफर करते हैं। |
टॉप-अप पर्सनल लोन | इसके तहत पर्सनल लोन कस्टमर्स अपने मौजूदा लोन पर अतिरिक्त राशि का लोन ले सकते हैं। |
शॉर्ट-टर्म पर्सनल लोन | इस लोन की भुगतान अवधि 1 साल या उससे कम होती है। यह उन आवेदकों के लिए बढ़िया ऑप्शन हैं जिन्हें कम अवधि के लिए कम राशि का लोन चाहिए। |
ट्रैवल के लिए पर्सनल लोन | आप अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मनाने या देश-विदेश में घूमने के लिए ट्रैवल पर्सनल लोन का लाभ उठा सकते हैं। |
मेडिकल इमरजेंसी | कोई भी मेडिकल इमरजेंसी आने पर हॉस्पिटल बिल, इलाज आदि से जुड़े सभी खर्चों के लिए यह लोन लिया जाता है। |
डेट कंसोलिडेशन लोन | कई सारे अधिक ब्याज वाले लोन का भुगतान एक नया लोन लेकर करने के लिए यह लोन लिया जाता है। |
कंज़्यूमर ड्यूरेबल लोन | कंज़्यूमर्स ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स जैसे- स्मार्टफोन, फर्नीचर, माइक्रोवेव आदि खरीदने के लिए जो लोन लिया जाता है, उसे कंज़्यूमर ड्यूरेबल लोन कहते हैं। |
मैरिज लोन | शादियों का खर्च बहुत ज़्यादा होता है जिससे निपटने के लिए मैरिज लोन लिया जाता है। |
होम रेनोवेशन लोन | अपने घर में किसी भी तरह की मरम्मत करने, रेनोवेट करने और जगह बढ़ाने के लिए होम रेनोवेशन लोन लिया जाता है। |
हायर एजुकेशन लोन | बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए होने वाले खर्चों को पूरा करने के लिए हायर एजुकेशन लोन लिया जा सकता है। |
पर्सनल लोन बैलेंस ट्रांसफर | पर्सनल लोन बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा के ज़रिए अपने मौजूदा पर्सनल लोन को किसी दूसरे बैंक या NBFC में कम ब्याज दरों और बेहतर शर्तों के लिए ट्रांसफर कर सकते हैं। |
पर्सनल लोन के लिए पात्रता मानदंड
हर बैंक/NBFC की क्रेडिट रिस्क पॉलिसी अलग होती है, इसलिए पर्सनल लोन के लिए योग्यता शर्तें भी भिन्न हो सकती हैं। यह न केवल बैंक/NBFC की जोखिम नीतियों पर निर्भर करता है, बल्कि लोन के प्रकार और आवेदक की आय व बिज़नेस प्रोफ़ाइल पर भी प्रभाव डालता है। नीचे बैंक और NBFC की सामान्य योग्यता शर्तों के बारे में बताया गया है:-
- उम्र: 18-60 साल
- सैलरी: नौकरीपेशा लोगों की न्यूनतम सैलरी 15,000 रु. प्रति माह होनी चाहिए।
- इनकम: गैर-नौकरीपेशा लोगों की आय कम से कम 5 लाख रु. प्रति वर्ष होनी चाहिए।
- क्रेडिट स्कोर: 750 या उससे ज़्यादा क्रेडिट स्कोर होना चाहिए, क्योंकि इससे लोन अप्रूव्ल मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- कार्य अनुभव: नौकरीपेशा लोगों का कुल कार्य अनुभव 1 साल तक होना चाहिए। हालांकि कुछ लोन संस्थान इससे अधिक का कार्य अनुभव मांगते हैं।
- बिज़नेस कब से चल रहा है, उसका प्रूफ: गैर-नौकरीपेशा प्रोफेशनल कम से कम 3 साल से बिज़नेस चला रहे हों, कुछ लोन संस्थान इससे अधिक अवधि के लिए मांग सकते हैं।
- रोज़गार का प्रकार: प्रतिष्ठित संस्थानों, MNC, प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कंपनियों, सरकारी संस्थानों, PSU में काम करने वाले व्यक्ति।
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पर्सनल लोन के लिए जरूरी दस्तावेज़
पर्सनल लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज़ लगभग हर बैंक और NBFC में एक समान ही होते हैं, नीचे सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की लिस्ट दी गई है: –
- पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस
- पता प्रमाण: आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट और यूटिलिटी बिल
- आय प्रमाण:
- नौकरीपेशा के लिए: सैलरी स्लिप, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट, फॉर्म 16
- गैर-नौकरीपेशा के लिए: पिछले साल का इनकम टैक्स रिटर्न, प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट और बैलेंस शीट/बैंक स्टेटमेंट
ऑनलाइन पर्सनल लोन कैसे लें? (स्टेप-बाय-स्टेप गाइड)
पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका नीचे बताया गया है: –
- एप्लीकेशन फॉर्म में अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- अपनी सारी डिटेल्स भरें।
- अपना मोबाइल नंबर वेरीफाई करने के लिए OTP दर्ज करें।
- लोन किस उद्देश्य से ले रहे हैं और कितनी लोन राशि चाहते हैं, दर्ज करें।
- अब लोन ऑफर्स की तुलना करें और बेस्ट लोन के लिए अप्लाई करें।
पर्सनल लोन बैलेंस ट्रांसफर – कब और क्यों करें?
कई बैंक और एनबीएफसी पर्सनल लोन बैलेंस ट्रांसफर (PLBT) की सुविधा प्रदान करते हैं। इसके तहत, आप अपने मौजूदा पर्सनल लोन को किसी अन्य बैंक या एनबीएफसी में ट्रांसफर कर सकते हैं और कम ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं।
बैलेंस ट्रांसफर कब करना चाहिए?
- कम ब्याज दर मिलने पर – किसी अन्य बैंक/एनबीएफसी में अगर लोन की ब्याज दरें कम है, तो बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनकर कुल ब्याज लागत में बचत की जा सकती है।
- EMI कम करने के लिए – बैलेंस ट्रांसफर के ज़रिए उधारकर्ता को मौजूदा लोन अवधि की तुलना में लंबी भुगतान अवधि चुन सकते हैं। भुगतान अवधि लंबी होने से ईएमआई कम हो जाती है जिससे कस्टमर पर ईएमआई का बोझ कम हो जाता है।
- टॉप-अप लोन के लिए – कई बैंक और लोन संस्थान बैलेंस ट्रांसफर करने वाले आवेदकों को टॉप-अप पर्सनल लोन की सुविधा देते हैं। ऐसे में जिन उधारकर्ताओं को अतिरिक्त लोन राशि की ज़रूरत हैं और जो अधिक ब्याज दरों की वजह से अतिरिक्त लोन नहीं ले पा रहे हैं, वे बैलेंस ट्रांसफर का ऑप्शन चुन सकते हैं।
पर्सनल लोन या गोल्ड लोन – कौन सा बेहतर है?
पर्सनल लोन और गोल्ड लोन के बीच मुख्य अंतरों के बारे में नीचे बताया गया है:-
पर्सनल लोन और गोल्ड लोन दोनों विकल्पों में डॉक्यूमेंटेशन प्रोसेस आसान होती है और रकम जल्दी मिल जाती है। लेकिन सही विकल्प चुनने के लिए ब्याज दर, लोन राशि, अवधि, अप्रूव्ल प्रक्रिया और फीस जैसे कारकों पर विचार करना ज़रूरी है। नीचे इन दोनों के बीच के मुख्य अंतरों के बारे में बताया गया है:-
- ब्याज दर: एक सिक्योर्ड लोन होने की वजह से गोल्ड लोन की ब्याज दरें आमतौर पर पर्सनल लोन से कम होती है।
- लोन राशि: पर्सनल लोन 50,000 रु. से 40 लाख रु. तक का मिल सकता है, कुछ बैंक और लोन संस्थान 1 करोड़ रु. तक भी लोन ऑफर करते हैं। जबकि गोल्ड लोन की राशि गिरवी रखे सोने के मूल्य और LTV (Loan-to-Value) के आधार पर तय होती है, जो RBI द्वारा लगाए गए कैप के आधार पर 75% तक हो सकती है।
- डिस्बर्सल समय: गोल्ड लोन आमतौर पर उसी दिन मिल जाता है, जबकि पर्सनल लोन के लिए 2-7 दिन लग सकते हैं। हालांकि, ऑनलाइन प्रोसेस के जरिए कई बैंक मिनटों में पर्सनल लोन अप्रूव कर देते हैं।
- लोन अवधि: पर्सनल लोन की अवधि 1-5 साल होती है, कुछ लेंडर्स इससे ज़्यादा की अवधि के लिए भी लोन ऑफर करते हैं। गोल्ड लोन की अवधि अधिकतम 3 साल होती है, हालांकि कुछ लेंडर्स 4-5 साल तक के लिए भी गोल्ड लोन देते हैं।
- क्रेडिट स्कोर: पर्सनल लोन के लिए क्रेडिट स्कोर एक महत्वपूर्ण फैक्टर है, क्योंकि यह कम होने पर लोन अधिक ब्याज दरों पर मिल सकता है या लोन अप्रूव्ल की संभावना कम हो सकती है। जबकि गोल्ड लोन के मामले में बैंक के पास सोना गिरवी रहता है, इसलिए क्रेडिट स्कोर पर ज़्यादा ध्यान नहीं दिया जाता।
- प्रोसेसिंग फीस: पर्सनल लोन पर प्रोसेसिंग फीस 4% तक जा सकती है, जबकि गोल्ड लोन पर यह 1-2% तक होती है।
कौन-सा विकल्प बेहतर रहेगा?
अगर आपको तुरंत लोन चाहिए, कम ब्याज दर चाहते हैं और आपके पास सोना उपलब्ध है, तो गोल्ड लोन बेहतर रहेगा। इसका डिस्बर्सल तेज़ होता है और कम क्रेडिट स्कोर वालों के लिए भी यह एक उपयुक्त विकल्प है। लेकिन अगर आपको बड़ी रकम की ज़रूरत है और आपका क्रेडिट स्कोर मज़बूत है, तो पर्सनल लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, दोनों में से कोई भी विकल्प चुनना पूरी तरह से आपकी ज़रूरतों और सहूलित पर निर्भर करता है।
पर्सनल लोन लेते समय आम गलतियां और बचाव के तरीके
पर्सनल लोन लेते समय लोग अक्सर कुछ ज़रूरी बातों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं जो उनके लोन रिजेक्शन का कारण बन सकती है। नीचे उन गलतियों के बारे में बताया गया है, जो लोग पर्सनल लोन लेते समय करते हैं:-
- क्रेडिट रिपोर्ट चेक न करना: क्रेडिट रिपोर्ट में कोई भी गलती होने पर आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है और कम क्रेडिट स्कोर की वजह से अधिक ब्याज दरों पर लोन मिलने या लोन रिजेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपना क्रेडिट रिपोर्ट ज़रूर चेक करना चाहिए और उसमें कोई भी गलती मिलने पर क्रेडिट ब्यूरो को संपर्क करना चाहिए।
- अपनी योग्यता और भुगतान क्षमता पर ध्यान न देना: लोन के लिए आवेदन करने पर बैंक और लोन संस्थान क्रेडिट स्कोर तो चेक करते ही हैं साथ में आपकी इनकम, जॉब प्रोफाइल और भुगतान क्षमता जैसे फैक्टर्स भी देखते हैं। भुगतान क्षमता के लिए लेंडर्स आवेदक का ईएमआई/एनएमआई रेश्यो देखते हैं। अगर यह रेश्यो 50-55% से ज़्यादा है, तो लोन मिलने की अधिक संभावना होती है।
- एक समय में कई जगह लोन के लिए आवेदन: लोन के लिए आवेदन करने के बाद आवेदक की क्रेडिट रिपोर्ट लेंडर द्वारा एक्सेस की जाती है जिसे हार्ड इन्क्वायरी कहा जाता है। हार्ड इन्क्वायरी होने से आवेदक का क्रेडिट स्कोर कुछ प्वॉइंट गिर जाता है। ज़्यादा हार्ड इन्क्वायरी आपके क्रेडिट स्कोर को गिरा सकती है, जो अधिक ब्याज दरों पर लोन मिलने के या लोन रिजेक्शन की संभावना को बढ़ाती है। अपने लिए बेस्ट ऑफर चुनने के लिए आवेदक पैसाबाज़ार जैसे फाइनेंशियल मार्केटप्लेस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- लोन ऑफर्स की तुलना ना करना: अपने लिए बेस्ट लोन ऑफर का पता लगाने के लिए विभिन्न लेंडर्स के पर्सनल लोन ऑफर्स की तुलना करनी चाहिए। इसके लिए, सबसे पहले उन बैंकों और NBFC में लोन के लिए आवेदन करें जहां से आपने लोन या क्रेडिट कार्ड लिए हैं या फिर डिपॉज़िट कराएं हैं। इसके साथ ही, आप ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस में जाकर लोन ऑफर्स की तुलना कर सकते हैं। उसी लोन को चुनें जिसकी ब्याज दरें, भुगतान अवधि, फीस और चार्ज़ेस आपकी मनमुताबिक हो।
संबंधित प्रश्न (FAQs)
पर्सनल लोन क्या है?
पर्सनल लोन जैसा कि नाम से ही साफ है, ऐसा लोन जिसे आप अपनी किसी भी पर्सनल ज़रूरतों जैसे- घर के रेनोवेशन, मेडिकल बिल, शादी, ट्रैवल और इमरजेंसी के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। यह लोन अनसिक्योर्ड होता है जिसका मतलब है इसमें आपको कोई भी कोलैटरल या सिक्योरिटी जमा नहीं करानी पड़ती यानी आप बिना कुछ गिरवी रखे यह लोन ले सकते हैं।
क्या पर्सनल लोन की ब्याज दर फिक्स्ड होती है या फ्लोटिंग?
आमतौर पर पर्सनल लोन फिक्स्ड ब्याज दरों पर ऑफर किया जाता है। हालांकि कई लेंडर्स फ्लोटिंग ब्याज दरों पर भी पर्सनल लोन प्रदान करते हैं।
पर्सनल लोन कितने समय के लिए लिया जा सकता है?
पर्सनल लोन की भुगतान अवधि आमतौर पर 5 साल तक होती है। कुछ बैंक और लोन संस्थान इससे अधिक की अवधि के लिए पर्सनल लोन प्रदान कर सकते हैं।
क्या पर्सनल लोन के लिए गारंटर की आवश्यकता होती है?
आमतौर पर, पर्सनल लोन के लिए गारंटर की आवश्यकता नहीं होती।
क्या पर्सनल लोन को किसी भी उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है?
हां, पर्सनल लोन का इस्तेमाल किसी भी तरह की वित्तीय ज़रूरत जैसे-शादी का खर्च, मेडिकल इमरजेंसी, ट्रैवल आदि को पूरा करने के लिए किया जा सकता है।
क्या मैं पर्सनल लोन का उपयोग निवेश या व्यापार के लिए कर सकता हूँ?
वैसे तो पर्सनल लोन का इस्तेमाल किसी भी निजी वित्तीय आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया जा सकता है। लेकिन निवेश के लिए पर्सनल लोन लेना महंगा साबित हो सकता है क्योंकि इसकी ब्याज दर अधिक होती है, जबकि निवेश पर रिटर्न अनिश्चित रहता है। इसी तरह, अगर बिजनेस में आय की अनिश्चितता है, तो EMI चुकाना मुश्किल हो सकता है। इसलिए, निवेश और व्यापार के लिए पर्सनल लोन लेने से बचने की सलाह दी जाती है।
इंस्टेंट पर्सनल लोन क्या होते हैं?
इंस्टेंट पर्सनल लोन ऐसे लोन होते हैं जो तुरंत अप्रूव हो जाते हैं और इनमें कम समय में लोन राशि आवेदक के अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है। यह लोन अचानक आने वाली वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करता है। ऐसे लोन बिना दस्तावेज़ या फिर बहुत कम दस्तावेज़ जमा करने के बाद मिल जाते हैं। आमतौर पर, इंस्टेंट पर्सनल लोन बैंक और लोन संस्थानों के मौजूदा कस्टमर्स को ऑफर किए जाते हैं।
पर्सनल लोन और ओवरड्राफ्ट सुविधा में क्या अंतर है?
पर्सनल लोन आमतौर पर दो तरीकों से दिया जाता है। पहला, टर्म लोन, जिसमें उधारकर्ता को एक निश्चित अवधि के भीतर लोन का भुगतान करना होता है। दूसरा, ओवरड्राफ्ट सुविधा के रूप में, जिसमें लोन राशि ग्राहक के सेविंग्स या करेंट अकाउंट से लिंक किए गए ओवरड्राफ्ट अकाउंट में जमा की जाती है। इस ओवरड्राफ्ट अकाउंट से ग्राहक अपनी वित्तीय आवश्यकताओं के अनुसार राशि निकाल सकता है। ब्याज केवल निकाली गई राशि पर ही लागू होता है, जिससे उधारकर्ता को बेहतर लिक्विडिटी और ब्याज में बचत का लाभ मिलता है।
क्या मैं पर्सनल लोन का उपयोग क्रेडिट कार्ड का बकाया चुकाने के लिए कर सकता हूँ?
हाँ, आप पर्सनल लोन का उपयोग अपने क्रेडिट कार्ड का बकाया चुकाने के लिए कर सकते हैं। अगर आपके क्रेडिट कार्ड की बकाया रकम बहुत अधिक है और आप उसे चुकाने में असमर्थ हैं, तो पर्सनल लोन लेना समझदारी हो सकती है। क्योंकि पर्सनल लोन पर लगने वाली ब्याज दरें क्रेडिट कार्ड बकाया का भुगतान न करने पर लगने वाली ब्याज दरों या पेनल्टी से कम होती हैं। साथ ही, पर्सनल लोन लेने पर आपको बकाया का भुगतान करने का समय मिल जाता है।
पर्सनल लोन के लिए न्यूनतम CIBIL स्कोर कितना होना चाहिए?
पर्सनल लोन के लिए न्यूनतम क्रेडिट स्कोर की कोई लिमिट नहीं है यह बैंक और NBFC पर निर्भर करता है। ज़्यादातर बैंक उन आवेदकों को पर्सनल लोन देना पसंद करते हैं जिनका क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ज़्यादा होता है। हालांकि, कई बैंक और लोन संस्थान 750 से कम सिबिल स्कोर वाले व्यक्तियों को पर्सनल लोन भी पर्सनल लोन देते हैं लेकिन भारी ब्याज वसूलते हैं।
पर्सनल लोन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ आवश्यक होते हैं?
पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने पर आवेदक से पहचान प्रमाण, पता प्रमाण और इनकम प्रूफ जैसे डॉक्यूमेंट्स मांगे जाते हैं।
क्या बिना सैलरी स्लिप के पर्सनल लोन लिया जा सकता है?
हाँ, बिना सैलरी स्लिप के पर्सनल लोन मिल सकता है। सैलरी स्लिप के बजाय आवेदक अपना बैंक अकाउंट स्टेटमेंट/ एम्प्लॉयी सर्टिफिकेट की कॉपी, आदि को आय प्रमाण पत्र के रूप में जमा कर सकते हैं। हालाँकि, ये सलाह दी जाती है कि आपको इन दस्तावेजों के बारे में पहले ही पता कर लेना चाहिए क्योंकि ये दस्तावेज हर बैंक/ लोन संस्थान में अलग-अलग हो सकते हैं।
क्या बेरोज़गार व्यक्ति पर्सनल लोन ले सकता है?
बिना इनकम के पर्सनल लोन नहीं मिल सकता क्योंकि बैंक और NBFCs लोन देने से पहले आवेदक की आय ज़रूर चेक करते हैं।
क्या फ्रीलांसर और सेल्फ-एम्प्लॉयड लोग पर्सनल लोन के लिए पात्र हैं?
हाँ, फ्रीलांसर और सेल्फ-इम्प्लॉयड व्यक्ति को भी पर्सनल लोन मिल सकता है। बैंक और NBFCs आमतौर पर आवेदक की इनकम का स्त्रोत चेक करते हैं जिसके लिए वे आईटीआर, बैंक स्टेटमेंट और बिजनेस प्रूफ मांगते हैं।
क्या पर्सनल लोन पर प्रोसेसिंग फीस लगती है?
हां, पर्सनल लोन पर प्रोसेसिंग फीस लगती है, जो लोन राशि के 0.5% से 4% तक हो सकती है।
पर्सनल लोन का प्रीपेमेंट करने पर कोई शुल्क लगता है?
हां, लोन का प्रीपेमेंट करने पर बैंक प्रीपेमेंट चार्ज़ेस लेते हैं। ऐसे में जो आवेदक भविष्य में लोन का पार्ट पेमेंट या प्रीपेमेंट करना चाहते हैं, उन्हें संबंधित बैंक और NBFC के प्रीपेमेंट चार्ज़ेस को पहले से चेक करना चाहिए।
क्या पर्सनल लोन को बैलेंस ट्रांसफर किया जा सकता है?
हां, पर्सनल लोन में बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
ऑनलाइन पर्सनल लोन कैसे प्राप्त करें?
आप बैंक व NBFC की वेबसाइट पर जाकर पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा, पैसाबाज़ार के माध्यम से भी पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
सबसे सस्ता पर्सनल लोन कैसे मिलेगा?
सबसे सस्ता या कम ब्याज दरों पर लोन पाने के लिए आपको विभिन्न बैंक और लोन संस्थानों के लोन ऑफर्स की तुलना करनी होगी। क्योंकि हर बैंक के पर्सनल लोन की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं। ऑफर्स की तुलना करने से आप उन लेंडर्स का पता लगा पाएंगे जो कम ब्याज दरों और कम फीस और चार्ज़ेस पर लोन ऑफर करते हैं। इसके अलावा, आप अपने मौजूदा बैंकों को भी संपर्क कर सकते हैं, जहां आपका पहले से डिपॉज़िट, क्रेडिट कार्ड आदि हैं।