बैंक और लोन संस्थान आपके होम लोन एप्लीकेशन का मूल्यांकन कई कारकों के आधार पर करते हैं। अगर आप इनमें से किसी एक भी मानदंड पर खरे नहीं उतरते, तो आपका एप्लीकेशन रिजेक्ट किया जा सकता है। ऐसे में, अगर आप पहली बार होम लोन के लिए आवेदन कर रहे हैं या पहले आपका एप्लीकेशन रिजेक्ट हो चुका हैं, तो आपको लोन रिजेक्शन के इन कारणों की जानकारी होनी चाहिए। जिससे आप समय रहते इन कारणों और उनके सामाधान को जान लें ताकि आगे चलकर अपने लोन अप्रूव्ल की संभावना को बढ़ा सकें।
क्रेडिट स्कोर का कम होना
आपके क्रेडिट स्कोर से आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का पता चलता है। यह दर्शाता है कि आपने अपने पिछले लोन या क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान कितनी ज़िम्मेदारी से किया है और आपको लोन देने में बैंक या लोन संस्थान को कोई जोखिम तो नहीं।
आमतौर पर, 730 या उससे अधिक का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है और ऐसे आवेदकों को लोन मिलने की अधिक संभावना होती है। लेकिन अगर क्रेडिट स्कोर कम है, तो लोन रिजेक्ट हो सकता है या अधिक ब्याज दर पर मिल सकता है।
क्या करें?
- समय पर अपनी लोन की EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करें।
- नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें और उसमें कोई भी गलती होने पर क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट करें।
आवेदक की उम्र ज़्यादा होना
आमतौर पर, लोन आवेदन के लिए बैंक और लोन संस्थान आवेदक की अधिकतम उम्र 60 साल तक निर्धारित करते हैं। इसके अलावा, ज़्यादातर लेंडर्स यह अपेक्षा करते हैं कि उधारकर्ता अपना लोन 70 साल की उम्र तक चुकता कर दे। ऐसे में जो आवेदक अपनी रिटायरमेंट के नज़दीक हैं और जिनकी भुगतान क्षमता कम है, उनके लोन एप्लीकेशन के अप्रूव होने की संभावना कम होती है।
क्या करें?
- जो आवेदक जल्द रिटायर होने वाले हैं, वे अपनी होम लोन योग्यता को बढ़ाने के लिए वर्किंग बच्चों या जीवनसाथी को सह-आवेदक बना सकते हैं।
- इसके अलावा, EMI की रकम बढ़ाने का विकल्प चुन सकते हैं, जिससे लोन जल्दी चुकता हो जाए।
कम भुगतान क्षमता
आमतौर पर, बैंक और लोन संस्थान ऐसे लोन आवेदकों को प्राथमिकता देते हैं, जिनकी मौजूदा और आवेदन किए गए लोन की ईएमआई उनकी मासिक आय के 50–55% से ज़्यादा न हो। इस तरह, जिन आवेदकों का रेश्यो इससे ज़्यादा होता है उनके लोन एप्लीकेशन को रिजेक्ट किया जा सकता है या उन्हें अधिक डाउनपेमेंट करना पड़ सकता है।
क्या करें?
- ऐसे आवेदक होम लोन EMI को कम करने के लिए लंबी अवधि के लिए लोन ले सकते हैं।
- लोन राशि या ईएमआई को कम करने के लिए अधिक डाउन पेमेंट करने का विकल्प चुन सकते हैं।
- इसके अलावा, आवेदक अपनी होम लोन की योग्यता बढ़ाने के लिए परिवार के किसी वर्किंग सदस्य को सह-आवेदक बनाकर लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
नौकरी/नियोक्ता प्रोफ़ाइल
लेंडर्स होम लोन एप्लीकेशन का मूल्यांकन करते समय आवेदकों की नियोक्ता प्रोफ़ाइल या व्यवसाय प्रोफ़ाइल पर भी विचार करते हैं। ऐसे आवेदक जो सरकारी/सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों या प्रतिष्ठित निजी क्षेत्र की कंपनियों में काम करते हैं, उनकी नौकरी की अधिक निश्चितता के कारण लोन अप्रूव होने की अधिक संभावना होती है।
दूसरी तरफ, जो आवेदक छोटी कंपनियों, अनलिस्टिड संस्थानों और नए स्टार्ट-अप में काम करते हैं, उन्हें नौकरी की अधिक अनिश्चितता के चलते लोन मिलने की कम संभावना होती है।
क्या करें?
- ऐसे में जो आवेदक अपने प्रोफेशन या एम्प्लॉयर प्रोफाइल के कारण बैंकों से होम लोन अप्रूवल नहीं ले पा रहे हैं, वे हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFCs) से संपर्क कर सकते हैं। क्योंकि आमतौर पर, HFC की होम लोन योग्यता शर्तें बैंकों की तुलना में थोड़ी आसान होती हैं।
- इसके अलावा, आवेदक ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस पर जाकर अपनी क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर विभिन्न लोन ऑफर्स की तुलना कर अपने लिए बेस्ट ऑफर चुन सकते हैं।
प्रॉपर्टी से जुड़ी समस्याएं
होम लोन लेकर आप जिस प्रॉपर्टी को खरीदते हैं या बनाते हैं, वो लोन की प्राइमरी सिक्योरिटी (कॉलेटरल) के रूप में काम करती है। इसलिए बैंक और लोन संस्थान होम लोन एप्लीकेशन का मूल्यांकन करते समय प्रॉपर्टी के टाइटल, लोकेशन और प्रॉपर्टी कितनी पुरानी है आदि को अच्छे से चेक करते हैं। जिस प्रॉपर्टी पर लोन लिया जा रहा है, अगर उसका टाइटल क्लियर नहीं है या वो स्थानीय अधिकारियों द्वारा निर्धारित विभिन्न विनियमों का उल्लंघन करती है, तो लोन रिजेक्ट हो सकता है।
इसके अलावा, बैंक और लोन संस्थान बहुत पुरानी प्रॉपर्टी के लिए भी होम लोन एप्लीकेशन को अप्रूव करने से बचते हैं, क्योंकि ऐसी प्रॉपर्टी की बिक्री योग्यता कम मानी जाती है।
क्या करें?
- कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करें कि उसका टाइटल क्लियर हो और प्रॉपर्टी किसी नियम या विनियम का उल्लंघन न कर रही हो।