बचत योजनाओं की ब्याज दरें – वर्ष 2023
बचत योजना | ब्याज़ दर | मूलधन पर टैक्स कटौती | ब्याज़ टैक्स योग्य? |
पोस्ट ऑफिस बचत अकाउंट | 4.0% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट (5 वर्ष) | 6.5% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना | 7.4% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (1 वर्ष) | 6.9% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (2 वर्ष) | 7.0% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (3 वर्ष) | 7.0% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (5 वर्ष) | 7.5% | हाँ | हाँ |
किसान विकास पत्र (केवीपी) | 7.5% | नहीं | हाँ |
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (PPF) | 7.1% | हाँ | नहीं |
सुकन्या समृद्धि योजना | 8.0% | हाँ | नहीं |
राष्ट्रीय बचत पत्र | 7.7% | हाँ | नहीं |
ईएलएसएस (इक्विटी लिंक्ड बचत योजना) | Market Linked | हाँ | हाँ# |
एनपीएस (राष्ट्रीय पेंशन योजना) | Market Linked | हाँ | हाँ** |
टैक्स सेविंग एफडी | 6.75%* | हाँ | हाँ |
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) | 8.2.% | हाँ | हाँ |
*ब्याज दरें 1 जुलाई, 2023 को अपडेट की गई हैं।
*मुख्य बैंकों में सबसे ज़्यादा दर. सभी बैंकों की अलग-अलग दरें हैं.
*लम्बी अवधि के निवेश फायदे पर 10% टैक्स दर. 1 लाख रु. तक के फायदे पर टैक्स छूट.
*40% टैक्स मुक्त.
टैक्स सेविंग एफडी
टैक्स सेविंग एफडी में 1.5 लाख रुपये तक प्रति वर्ष के निवेश पर आयकर बचत अधिनियम की धारा 80 सी के तहत टैक्स कटौती होती है। उदाहरण, अगर आप टैक्स सेविंग एफडी में 1 लाख रु. निवेश करते हैं और आपका टैक्स स्लैब 20% है तो आपको टैक्स के रूप में 20,000 रु. की बचत होगी (1 लाख रुपए का 20%)। इस एफडी की अवधि पाँच साल होती है और इसे किसी भी सार्वजानिक या निजी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोल सकते हैं। इस पर मिलने वाला ब्याज़ पर आपके टैक्स स्लैब के तहत टैक्स लगेगा। ये उनके लिए एक अच्छा विकल्प है जो कम जोखिम में लाभ चाहते हैं। इसमें न्यूनतम निवेश 100 रु. है और अधिकतम के लिए कोई सीमा नहीं है लेकिन वार्षिक 1.5 लाख रु. से ज़्यादा के निवेश पर टैक्स लगेगा।
- ब्याज़ दर: सभी बैंकों में अलग-अलग है. वर्तमान में लगभग 5.75% – 9.60%. के बीच.
- अवधि: 5 वर्ष
- न्यूनतम निवेश: 100 रु.
- अधिकतम निवेश: कोई सीमा नहीं
- मूलधन पर टैक्स कटौती: हाँ
- ब्याज़ पर टैक्स: टैक्स स्लैब के मुताबिक
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूएलआईपी)
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूएलआईपी) एक ऐसी योजना है जो एक ही योजना के माध्यम से जीवन बीमा और निवेश दोनों प्रदान करती है। यूएलआईपी में निवेश पर आयकर धारा 80सी के तहत टैक्स लगता है और योजना पूरी होने पर मिलने वाले अमाउंट पर धारा 10(10)(D) के तहत टैक्स नहीं लगता है। यूएलआईपी एक इंश्योरेंस कवर है (जो आमतौर पर प्रीमियम का 10 गुना होता है) और ये आपको यूएलआईपी फण्ड चुनने का विकल्प देता है जो कर्ज़ और इक्विटी में निवेश करता है और ये लगभग म्यूच्यूअल फण्ड की तरह ही है। इसमें न्यूनतम निवेश हर एक फण्ड पर अलग-अलग है लेकिन आमतौर पर 2,500 रु. है। इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है लेकिन वार्षिक 1.5 लाख रुपय तक के निवेश पर टैक्स कटौती की अनुमति है।
- ब्याज़ दर: कितना लाभ होगा ये निश्चित नहीं है, ये पूरी तरह इस पर निर्भर करता है कि यूएलआईपी का प्रदर्शन कैसा होगा
- अवधि: 5 वर्ष (न्यूनतम), 20 वर्ष (अधिकतम). इंश्योरेंस कंपनियों के मुताबिक, अलग-अलग
- न्यूनतम निवेश: 2500 रु. इंश्योरेंस कंपनियों के मुताबिक, अलग-अलग
- मूलधन पर कर कटौती: हाँ
- ब्याज़ पर टैक्स: नहीं
इक्विटी लिंक्ड बचत योजना (ईएलएसएस)
इक्विटी लिंक्ड बचत योजना (ईएलएसएस) एक तरह का म्यूच्यूअल फण्ड है। ईएलएसएस की अवधि तीन वर्ष होती है, भारत में मौजूद टैक्स बचत योजनाओं में इसकी अवधि सबसे कम है। इसमें वार्षिक 1.5 लाख रु. तक के निवेश आयकर धरा 80 सी पर टैक्स कटौती की अनुमति है। इस पर मिलने वाले लाभ पर भी टैक्स लगता है अगर लाभ की दर 10% तक हो। डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स के तहत ईएलएसएस फंड्स से मिलने वाले डिविडेंड (लाभांश) पर भी 10% टैक्स लगेगा। ईएलएसएस अपना लगभग 80% इक्विटी (स्टॉक्स) में लगाते हैं। आप यहाँ इसके बारे में और जान सकते हैं। इसमें न्यूनतम निवेश 100 रु. है, हालाँकि ये फण्ड पर भी निर्भर करता है। इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है लेकिन वार्षिक 1.5 लाख रुपय तक के निवेश पर टैक्स कटौती की अनुमति है।
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- ब्याज़ दर: कितना लाभ होगा ये निश्चित नहीं है, ये पूरी तरह इस पर निर्भर करता है कि ईएलएसएस का प्रदर्शन कैसा होगा
- अवधि: 3 वर्ष (न्यूनतम), कोई अधिकतम अवधि नहीं
- न्यूनतम निवेश: 100 रु. फण्ड के मुताबिक, अलग-अलग हो सकता है
- मूलधन पर कर कटौती: हाँ
- ब्याज़ पर टैक्स: 10% तक (एलटीजीसी)
सरकारी बचत योजनाएं
ज्यादातर, सरकारी योजनाओं को विश्वसनीयता, सुरक्षा और निर्भरता के कारण अच्छा निवेश माना जाता है। आइए इन पर एक नज़र डालें:
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (PPF)
इस पर 7.1% ब्याज़ दर मिलती है। इसकी अवधि 15 वर्ष है और जो हर पाँच साल में अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाई जा सकती है। इसमें होने वाला निवेश आयकर धारा 80 सी के तहत टैक्स कटौती में आता है और इसपर मिलने वाले ब्याज़ पर टैक्स नहीं लगता है। आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में पीएफएफ अकाउंट खोल सकते हैं। कुछ बैंक जैसे आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक भी पीएफएफ अकाउंट खोलते हैं। आप अकाउंट खोलने के पाँच साल बाद निवेश का कुछ पैसा निकाल सकते हैं। अकाउंट खोलने के तीन वर्ष बाद आप अकाउंट में जमा राशि को लोन के रूप में ले सकते हैं। आप यहाँ पीएफएफ के बारे में और पढ़ सकते हैं। इसमें वार्षिक न्यूनतम निवेश 500 रु. है और अधिकतम 1.5 लाख प्रति वर्ष।
- ब्याज़ दर: हर तिमाही (क्वार्टर) में बदलता है. जनवरी से मार्च 2023 में ब्याज़ 7.1% है
- अवधि: 15 वर्ष (न्यूनतम), अधिकतम अनिश्चितकाल तक
- न्यूनतम निवेश: 500 रु. प्रति वर्ष
- अधिकतम निवेश: 1.5 लाख रु
- मूलधन पर कर कटौती: हाँ
- ब्याज़ पर टैक्स: नहीं
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट
ये बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की तरह है। इसमें निवेश के लिए न्यूनतम राशि 200 रु. है और अधिकतम के लिए कोई निवेश नहीं। ब्याज़ दरें निम्नलिखित हैं:
अवधि | 1 जुलाई से 30 सितंबर |
1 वर्ष | 6.9% |
2 वर्ष | 7.0% |
3 वर्ष | 7.0% |
5 वर्ष | 7.5% |
- ब्याज़ दर: 6.9% – 7.5%
- अवधि: 1-5 वर्ष
- न्यूनतम निवेश: 200 रु.
- अधिकतम निवेश: नहीं
- मूलधन पर टैक्स कटौती: नहीं (पोस्ट ऑफिस में टैक्स सवेर डिपॉजिट को छोड़कर)
- ब्याज़ पर टैक्स: हाँ
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट
इस अकाउंट में, आप हर महीने एक निश्चित अकाउंट जमा करते हैं और वो किश्त अकाउंट में जमा राशि में जुड़ती जाती है। इसमें आपको त्रैमासिक (हर तीन महीने में) 6.5% की कंपाउंड ब्याज़ दर मिलती है। इसकी अवधि पाँच वर्ष है जिसे 10 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। न्यूनतम किश्त 10 रु. है और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। यह योजना कोई कर छूट नहीं देती है और इस पर मिलने वाले ब्याज़ पर टैक्स लगता है।
- ब्याज़ दर(त्रैमासिक): 6.5%
- अवधि: पाँच वर्ष
- न्यूनतम निवेश: 10 रु.
- अधिकतम निवेश: नहीं
- मूलधन पर टैक्स: नहीं
- ब्याज़ पर टैक्स: हाँ
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (पीओएमआईएस)
इस योजना में आपको उस जमा राशि के बदले ब्याज़ मिलता है जिसे आप पोस्ट ऑफिस के पीओएमआईसी अकाउंट में करते हैं। न्यूनतम जमा राशि 1500 रु. है और अधिकतम 4.5 लाख रु. (9 लाख जॉइंट अकाउंट के लिए)। इस पर मिलने वाली ब्याज़ दर 7.4% है। आप एक पोस्ट ऑफिस में कितने भी पीओएमआईसी अकाउंट खोल सकते हैं लेकिन सभी में जमा राशि मिलाकर अधिकतम सीमा से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए। इसकी अवधि पाँच वर्ष है। आप ईसीएस सुविधा की मदद से पीओएमआईसी से मिलने वाला ब्याज़ सीधा अपने सेविंग अकाउंट में प्राप्त कर सकते हैं। खाता खोलने के एक साल बाद आप इसमें से समय से पहले पैसा निकाल सकते हैं। लेकिन ऐसा करने पर जुर्माना लगता है, 1 से 3 वर्ष के बीच जमा राशि का 2%। 3 वर्ष के बाद ऐसा करने पर जुर्माना जमा राशि का 1% है।
- ब्याज़ दर: 7.4%
- अवधि: पाँच वर्ष
- न्यूनतम निवेश: 1000 रु.
- अधिकतम निवेश: 9 लाख रु. (जॉइंट अकाउंट के लिए 15 लाख)
- मूलधन पर टैक्स: नहीं
- ब्याज़ पर टैक्स: हाँ
किसान विकास पत्र (केवीपी)
इसमें वार्षिक 7.5% की कंपाउंड ब्याज़ दर मिलती है। इसे किसी भी पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है। निवेश अमाउंट हर 118 महीनों (9 वर्ष और 10 महीनों) में दोगुना हो जाता है। इसमें निवेश होने वाली न्यूनतम राशि 1000 रु. है। इसके बाद आप अधिकतम कितना भी निवेश कर सकते हैं। इसे शुरू करने के 2.5 वर्ष बाद आप समय से पहले पैसा निकाल सकते हैं। केवीपी सिंगल या जॉइंट अकाउंट दोनों द्वारा लिया जा सकता है। इसे अवयस्क (माइनर) के नाम पर भी खरीदा जा सकता है। इस योजना में कोई टैक्स लाभ नहीं मिलता है। यह योजना निवेश या ब्याज पर कोई टैक्स छूट नहीं देती है।
- ब्याज़ दर: 7.5%
- अवधि: पाँच वर्ष
- न्यूनतम निवेश: 1000 रु.
- अधिकतम निवेश: कुछ नहीं.
- मूलधन पर टैक्स: नहीं
- ब्याज़ पर टैक्स: हाँ
बच्चियों के लिए बचत योजना
सरकार ने बच्चियों के लिए एक बचत योजना की शुरुआत की है। सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी, ये एक बचत खाता है जिसकी अवधि 21 वर्ष है। माता-पिता बच्ची के लिए ये अकाउंट खोल सकते है और उसकी उम्र 10 वर्षया उस से कम होनी चाहिए।
सुकन्या समृद्धि योजना
इसकी शुरुआत बच्चियों के लाभ के लिए की गई है जिसकी उम्र 10 वर्ष या उस से कम हो। इस पर 8.00% की ब्याज़ दर मिलती है। इसमें न्यूनतम निवेश 1000 रु. और अधिकतम 1.5 लाख रु. होता है। इस अकाउंट को बच्ची के लिए माता-पिता/अभिभावक खोल सकते हैं। माता-पिता/अभिभावक अधिकतम दो बच्चियों के लिए दो अकाउंट खोल सकते हैं। ये योजना अकाउंट खोलने के 21 वर्ष बाद या लड़की की उम्र 18 वर्ष होने के बाद शादी होने पर मेच्योर हो जाती है। लड़की 18 वर्ष उम्र होने के बाद जमा राशि का 50% तक निकाल सकती है, चाहे वो शादीशुदा हो या ना हो।
- ब्याज़ दर: 8.00%
- अवधि: 21 वर्ष
- न्यूनतम निवेश: 1000 रु. प्रति वर्ष
- अधिकतम निवेश: 1.5 लाख रु. प्रति वर्ष
- मूलधन पर टैक्स: हाँ
- ब्याज़ पर टैक्स: नहीं
वरिष्ठ नागरिकों के लिए बचत योजना
वो वरिष्ठ नागरिक जिनकी उम्र 60 वर्ष या उस से ज़्यादा है उनके लिए दो मुख्य बचत योजनाएं उपलब्ध हैं। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) और प्रधानमंत्री वया वंदना योजना (पीएमवीवीवाई), ये दोनों ही योजनाएं एफडी के मुकाबले ज़्यादा ब्याज़ दर ऑफर करती हैं। एससीएसएस में वार्षिक 1.5 लाख रु. तक के वार्षिक निवेश पर आयकर धारा 80 सी के तहत टैक्स कटौती भी मिलती है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस)
एससीएसएस 60 वर्ष से ज़्यादा के वरिष्ठ नागरिकों के लिए है और इस पर 8.2% की ब्याज़ दर मिलती है। आप एससीएसएस अकाउंट के लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस में आवेदन कर सकते हैं। इसमें न्यूनतम निवेश 1000 रु. और अधिकतम 15 लाख रु. है। इसकी अवधि पाँच वर्ष है जिसे और तीन वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है। अवधि बढ़ाने के लिए आपको योजना मेच्योर होने के एक साल के अंदर आवेदन करना होगा। इसमें 1.5 लाख रु. तक के वार्षिक निवेश पर आयकर धरा 80सी के तहत टैक्स कटौती होती है लेकिन इस पर मिलने वाले ब्याज़ पर टैक्स लगता है। अकाउंट खोलने के 1 साल बाद आप अवधि खत्म होने से पहले जमा राशि निकाल सकते हैं। ऐसा करने पर जुर्माना है, 1-2 वर्ष के बीच जमा राशि का 1.5% और दो वर्ष के बाद 1%।
- ब्याज़ दर (वार्षिक): 8.2%
- अवधि: 5 वर्ष
- न्यूनतम निवेश: 1000 रु.
- अधिकतम निवेश: 15 लाख रु.
- मूलधन पर टैक्स: हाँ
- ब्याज़ पर टैक्स: हाँ
राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस)
राष्ट्रीय पेंशन योजना, इसे पहले नई पेंशन योजना के रूप में जाना जाता था एक पेंशन सिस्टम है जो भारत के सभी नागरिकों के लिए खुला है। एनपीएस अपने सदस्यों के निवेश को इक्विटी (स्टॉक्स) और कर्ज़ में निवेश करता है और पेंशन अमाउंट इस पर निर्भर करता है कि वो किया गया निवेश कैसे प्रदर्शन कर रहा है। कोई भी भारतीय जिसकी उम्र 18 से 65 वर्ष के बीच हो वो एनपीएस में अकाउंट खोल सकता है। एनपीएस 60 की उम्र में मेच्योर हो जाती है लेकिन इसे 70 की उम्र तक बढ़ाया जा सकता है। एनपीएस अकाउंट खोलने के तीन वर्ष बाद आप घर खरीदने, बच्चों की शिक्षा और मेडिकल इमरजेंसी के लिए जमा राशि का 25% निकाल सकते हैं। इस अकाउंट में न्यूनतम वार्षिक राशि 1000 रु. जमा करनी होती है और अधिकतम के लिए कोई सीमा नहीं है लेकिन वार्षिक 2 लाख रु. तक के जमा पर आयकर धारा 80सी और 80 सीसीडी (1 बी) के तहत टैक्स कटौती होती है।
- ब्याज़ दर: फण्ड के प्रदर्शन पर निर्भर है
- अवधि: 60 वर्ष उम्र तक
- न्यूनतम निवेश: 1000 रु.
- अधिकतम निवेश: कोई सीमा नहीं.
- मूलधन पर टैक्स: हाँ
- ब्याज़ पर टैक्स: नहीं, लेकिन मेच्योर अमाउंट पर टैक्स लगेगा (40% की छूट है)