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पोस्ट ऑफिस में निवेश के लिए कई बचत योजनाएं (Post office investment schemes) शामिल हैं जो उच्च ब्याज़ दर के साथ-साथ टैक्स लाभ प्रदान करती है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत सरकार द्वारा गारंटी प्राप्त है। इस लेख में हम आपक इन पोस्ट ऑफिस योजनाओं के बारे में बताएंगें कि उनकी ब्याज दरें. विशेषताएँ, लाभ, निवेश अवधि आदि क्या और कितनी है।
छोटी बचत योजना | ब्याज़ दर | निवेश पर टैक्स लाभ? | ब्याज़ पर टैक्स लगेगा? |
पोस्ट ऑफिस बचत खाता | 4.0% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस रिकारिंग डिपॉज़िट | 5.8% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना | 6.6% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट (1 वर्ष) | 5.5% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट (2 वर्ष) | 5.5% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट (3 वर्ष) | 5.5% | नहीं | हाँ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट (5 वर्ष) | 6.7% | हाँ | हाँ |
किसान विकास पत्र | 6.9% | नहीं | हाँ |
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड | 7.1% | हाँ | नहीं |
सुकन्या समृधि योजना | 7.6% | हाँ | नहीं |
राष्ट्रिय बचत सर्टिफिकेट | 6.8% | हाँ | नहीं |
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना | 7.4% | हाँ | हाँ |
इन योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज़ दरों की समीक्षा हर तीन महीनों में सरकार द्वारा की जाती है। आप जिस भी तिमाही में पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट, पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉज़िट, पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना, राष्ट्रिय बचत सर्टिफिकेट (NSC) और किसान पत्र (KYP) में निवेश करेंगें तो उस समय मिलने वाली ब्याज़ दर आपकी पूरी योजना अवधि में रहेगी। हालाँकि, पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज़ दर सरकार द्वारा बदलने के साथ साथ बदलती रहेगी।
पोस्ट ऑफिस बचत अकाउंट
- खाता बैंक बचत खाते के समान ही होता है केवल ये पोस्ट ऑफिस में होता है
- आप एक पोस्ट ऑफिस में केवल एक अकाउंट ही खोल सकते हैं, जो एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रान्सफर हो सकत है
- आप नाबालिग के नाम पर भी अकाउंट खोल सकते हैं। ब्याज़ दर 4% है और इस पर टैक्स लगता है. हालाँकि इनकम टैक्स नहीं कटता है
- हालांकि आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80TTA के तहत डाकघर बचत ब्याज़ सहित आपके कुल बचत खाते के ब्याज़ पर 10,000 रु. प्रति वर्ष तक टैक्स का लाभ मिल सकता है।
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS)
- निवेशक द्वारा लमसम निवेश करने पर ये योजना आपको मासिक आय की गारंटी देती है
- कोई भी आवासीय व्यक्ति अकेले या जॉइंट MIS अकाउंट खोल सकता है। एक नाबालिग भी इसमें निवेश कर सकता है। अगर नाबालिग की उम्र 10 वर्ष से ज़्यादा है, तो वो अकाउंट ऑपरेट भी कर सकता है
- सिंगल होल्डिंग अकाउंट में न्यूनतम निवेश 1500 रु. और अधिकतम 4.5 लाख रु. है और जॉइंट अकाउंट में अधिकतम की सीमा 9 लाख रु. है
- इस योजना की अवधि 5 साल है जिसमें वार्षिक 6.6% ब्याज़ दर के हिसाब से मासिक लाभ मिलता है। उदाहरण: श्री सुरेश पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (Post Office Monthly Income Scheme) में 2 लाख रु. निवेश करते हैं. उनको पाँच साल तक ब्याज़ के तौर पर 1300 रु. प्रतिमाह मिलेंगें। योजना अवधि ख़त्म होने पर उन्हें मूल निवेश वापस मिल जाएगा। मासिक मिलने वाले लाभ को पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉज़िट में निवेश कर सकते हैं
- निवेशक एक से अधिक अकाउंट भी खोल सकता है लेकिन सभी में कुल राशि 4.5 लाख रु. से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए। इस योजना के तहत आप निवेश सीमा से बाहर ना जाकर जॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। उदाहरण: श्री. सुरेश सिंगल अकाउंट में 2 लाख रु. के साथ अपनी पत्नी के साथ जॉइंट अकाउंट खोलकर 2.5 लाख रु. का निवेश कर सकते हैं
- इस योजना के तहत निवेशक 1 वर्ष के बाद अपना मूल निवेश निकाल सकता है. लेकिन 1 वर्ष से 3 वर्ष के बीच मूल निवेश निकालने पर निवेश का 2% और 3 वर्ष बाद निकालने पर 1% का जुर्माने के रूप में देना पड़ेगा
- अकाउंट को पूरे देश में एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है।
योजना में कोई बड़ा टैक्स लाभ नहीं है। मासिक मिलने वाला ब्याज़ पर भी इनकम टैक्स लगेगा। ब्याज़ पर कोई TDS नहीं लगता है और निवेश पर वेल्थ टैक्स नहीं लगता है। इस योजना की सलह उन निवेशकों को दी जाती है जो जोखिम के अधीन भी निवेश कर मासिक आय कमाना चाहते हैं।
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉज़िट (RD)
- Post Office RD एक मासिक निवेश योजना है जिस पर अभी 5.8% वार्षिक ब्याज़ दर मिल रही है (ब्याज़ दर हर तीन महीने में बदलेगी) और योजना अवधि 5 वर्ष है
- पाँच साल में योजना की अवधि पूरी होने के बाद भी आप सलाना आधार पर योजना को चालू रख सकते हैं
- पोस्ट ऑफिस RD अकाउंट में निवेशक 10 रु. प्रतिमाह तक निवेश कर सकता है। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है
- दो व्यस्क जॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। नाबालिग के नाम पर भी अकाउंट खोल सकते हैं। एक से ज़्यादा अकाउंट भी खोल सकते हैं
- RD अकाउंट एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रान्सफर हो सकता है
- अगर आप मासिक निवेश करने में चूक जाते हैं तो आपको हर 5 रु. पर 5 पैसे का जुर्माना देना होगा
- आप एक साल बाद निवेश का 50% निकाल सकते हैं
RD पर किसी तरह TDS भी नहीं लगता है। हालाँकि, हर व्यक्ति के टैक्स स्लैब के मुताबिक, RD से हुई कमाई पर टैक्स लगता है। ये उन सभी निवेशकों के लिए सबसे बहतर निवेश विकल्प है जो बिना जोखिम के निवेश कर मासिक लाभ चाहते हैं।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट
- पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट (Post Office Time Deposite) में निवेश के लिए अवधि के बहुत विकल्प हैं। उपलब्ध ब्याज़ दरें नीचे हैं:
अवधि | ब्याज़ दर (01.01.2023 से लागू) |
1 वर्ष | 6.6% |
2 वर्ष | 6.8% |
3 वर्ष | 6.9% |
5 वर्ष | 7.0% |
- निवेश करने की न्यूनतम सीमा 200 रु. हैं। अधिकतम सीमा नहीं है। एक व्यक्ति कितने भी अकाउंट खोल सकता है
- सिंगल होल्डिंग और जॉइंट दोनों ही अकाउंट खोले जा सकते हैं। नाबालिग भी निवेश कर सकते हैं
- अकाउंट को पूरे भारत में एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रान्सफर किया जस सकता है
- डिपॉज़िट की अवधि पूरी होने के बाद अकाउंट अपने आप उतने ही अवधि के लिए फिर से शुरू हो जाएगा और ब्याज़ दर भी उतनी ही रहेगी
- 5 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट में किए गए निवेश पर टैक्स लाभ है। ये निवेश आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 C के तहत टैक्स कटौती के क्लेम के लिए योग्य है
किसान विकास पत्र (KVP)
- KVP में आपको वार्षिक 7.2% कंपाउंड ब्याज़ दर मिलती है। इसे किसी भी पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है। निवेश रकम हर 112 महीने (9 वर्ष और 4 महीने) दोगुना हो जाता है
- आप इसमें 1000 रु., 5000 रु., 10,000 रु. और 50,000 रु. का निवेश कर सकते हैं। न्यूनतम निवेश 1000 रु. का है और अधिकतम निवेश में कोई सीमा नहीं है
- सर्टिफिकेट को आसानी से ट्रान्सफर किया जा सकता है और किसी भी तीसरे व्यक्ति के नाम किया जा सकता है
- निवेश के 2.5 वर्ष बाद आप नकदी वापस ले सकते हैं
- निवेश की गई मुख्य रकम पर कोई टैक्स नहीं लगता है। उस पर लगने वाला ब्याज़ टैक्स के दायरे में आता है। इस प्रकार यह योजना टैक्स छूट के लिए योग्य नहीं है। यह दूरदराज के क्षेत्रों के नए और छोटे निवेशकों के लिए काम करता है जिनके पास इस तरह के अन्य निवेश विकल्पों तक पहुंच नहीं है
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना
- इस योजना से जुड़ने की न्यूनतम उम्र 60 वर्ष है। जो लोग 55 वर्ष की उम्र के बाद खुद से रिटायर्मेंट ले लेते हैं वो भी रिटायर्मेंट लाभ मिलने के एक महीने बाद इसमें अकाउंट खोल सकते हैं। इस तरह के मामलों में निवेश होने वाला अमाउंट व्यक्ति को रिटायर्मेंट पर मिलने वाले अमाउंट से ज़्यादा नहीं होना चाहिए
- कोई भी व्यक्ति अपनी नाम पर या जॉइंट अकाउंट (पति/पत्नी के साथ) के रूप में एक से ज़्यादा अकाउंट भी खोल सकता है
- प्रति व्यक्ति अधिकतम निवेश सीमा (सभी अकाउंट में बैलेंस को मिलाकर) 15 लाख रु. है
- वर्तमान ब्याज़ दर 8.0 % प्रति वर्ष है जिसका लाभ हर तिमाही (हर तीन महीनों में) के पहले दिन मिल जाएगा। निवेश की मैच्योरिटी अवधि पाँच वर्ष है। उदाहरण के लिए, अगर आप आज इस योजना में 13 लाख रु. निवेश करते हैं तो आपको हर तिमाही 24, 900 रु. का लाभ मिलेगा
- समय से पहले राशि निकालने की अनुमति एक साल बाद ही संभव होगी। ऐसा करने पर निवेश राशि की 1.5%. और 2 साल के बाद 1% राशि कटेगी
- योजना की अवधि पूरी होने के बाद इसको तीन वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है
- योजना में किया गया निवेश आयकर अधिनियम धरा 80 C के तहत टैक्स कटौती क्लेम के लिए मान्य है। हालाँकि, टैक्स तभी लगेगा जब वार्षिक ब्याज़ 10,000 रु. से ज़्यादा होगा।
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (PPF)
- PPF 15 वर्ष की लम्बी अवधि वाली निवेश योजना है। जिसमें वर्तमान में वार्षिक 7.1% की कंपाउंड ब्याज़ दर मिल रही है
- इस योजना से जुड़ने की न्यूनतम या अधिकतम उम्र सीमा नहीं है
- निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि 500 रु. है और अधिकतम वार्षिक राशि 1.5 लाख रु.। निवेश की गई राशि एक ही बार या सुविधानुसार किश्तों में जमा की जा सकती है लेकिन किश्तों की सीमा 12 से अधिक नहीं होनी चाहिए
- सिंगल होलडिंग अकाउंट ही खोल सकते हैं, जॉइंट अकाउंट की अनुमति नहीं है
- आप अपनी अधिकतम निवेश सीमा के अंदर रहते हुए किसी नाबालिग के नाम पर भी निवेश कर सकते हैं
- 15 वर्ष की अवधि ख़त्म होने के बाद उसे 5 वर्ष के लिए और बढ़ाया जा सकता है। आप इसके बाद लगातार हर पाँच साल में इसे बढ़ा सकते हैं
- योजना शुरू होने के पाँच साल बाद ही अकाउंट बंद करने की अनुमति है और इसका कारण कोई गंभीर समस्या या उच्च शिक्षा होना चाहिए। योजना शुरू होने के पाँच साल बाद अकाउंट बंद ना करके निवेश की गई रकम का कुछ हिस्सा भी निकाला जा सकता है
- आप अपने PPF खाते में जमा धन राशि से कुछ शर्तों के आधार पर लोन ले सकते हैं। योजना शुरू होने के तीसरे वर्ष से छठे वर्ष तक लोन लिया जा सकता है
- आयकर की धारा 80 C के तहत PPF में निवेश की गई राशि को टैक्स कटौती के लिए क्लेम किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त निवेश पर मिले ब्याज़ पर भी टैक्स नहीं लगेगा। जमा राशि पर जो ब्याज़ मिलता है वह तो टेक्स फ्री होता ही है, हालाँकि इससे कमाएं गए ब्याज़ को इनकम टैक्स रिटर्न में दिखाना होगा
ये उन निवेशकों के लिए एक अच्छी योजना है जो टैक्स छूट के साथ एक सुरक्षित निवेश योजना चाहते हैं।
राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC)
- NSC की मैच्योरिटी अवधि पाँच साल की है। इस पर मिलने वाली ब्याज़ दर 6.8% है, इस पर हर छह महीने में कंपाउंड ब्याज़ लगता है जो योजना अवधि पूरी होने के बाद ही मिलता है। इसका मतलब है कि आपका 100,000 रु. का निवेश पाँच साल में 144,231 रु. हो जाएगा
- इस योजना को सिंगल अकाउंट या किसी नाबालिग के नाम पर भी अकाउंट खोला जा सकता है
- आयकर अधिनियम 80 C के तहत आपको टैक्स में छूट का लाभ मिलता है। राष्ट्रीय बचत पत्र में निवेश करने पर आपका TDS नहीं कटता है
- NSC को लोन लेने के लिए गारंटी के तौर पर उपयोग किया जा सकता है
- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट को आप एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर कर सकते हैं। राष्ट्रीय बचत पत्र के प्रमाण पत्र को आप किसी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ट्रान्सफर तक सकते हैं लेकिन पूरी अवधि में सिर्फ एक ही बार
NSC एक लम्बी अवधि की टैक्स बचत करने वाली जोखिम रहित योजना है जिसमें, निवेशक बिना जोखिम के निवेश कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना
- सुकन्या समृद्धि योजना को बच्चियों के लाभ के लिए लाया गया है। इसमें 7.6% की वार्षिक कंपाउंड ब्याज़ दर मिलती है
- इसमें एक वर्ष में न्यूनतम 250 रु. और अधिकतम 1,50,000 रु. का निवेश किया जा सकता है। आपको इसमें खाता खोलने के बाद 15 वर्ष तक हर साल न्यूनतम राशि जमा करनी होगी। इस राशि में हर साल ब्याज लगता रहेगा।
- इस योजना के तहत खुलने वाले खातों को आयकर कानून की धारा 80 C के तहत सालाना 1.5 लाख तक टैक्स छूट दी जाएगी। इस पर मिलने वाली ब्याज़ दर और मैच्योरिटी राशि पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है
- बेटी का खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष पूरा होने पर ही खाता मैच्योर होगा। बालिका का विवाह यदि 18 वर्ष के बाद या 21 वर्ष से पहले होता है तो शादी की तारीख के बाद खाता बंद कर दिया जाएगा। लड़की के NRI बनने या भारतीय नागरिकता खोने पर भी खाता बंद कर दिया जाएगा। खाता बंद होने के बाद जमा रकम ब्याज़ समेत निकाली जा सकती है
- सुकन्या समृद्धि खाता सिर्फ बच्ची के नाम पर ही खोला जा सकता है जिसकी इजाज़त उसके माता-पिता या वैध संरक्षक दे सकते हैं। अकाउंट खोलने के समय बच्ची की उम्र 10 साल से या उससे कम होनी चाहिए
- एक बच्ची के नाम पर एक से ज़्यादा खाता नहीं खोला जा सकता है। माता-पिता/ संरक्षक दो बच्चियों के नाम दो ही अकाउंट खोल सकते हैं
- वार्षिक न्यूनतम अमाउंट जमा ना करने पर 50 रु. का जुर्माना लेगागा
- 18 वर्ष की होने पर लड़की अकाउंट में जमा राशि का 50% तक निकाल सकती है
- इस योजना में माता-पिता/ संरक्षक को निवेश पर आयकर अधिनियम 80 C के तहत टैक्स लाभ मिलेगा। योजना पूरी होने पर पैसा लड़की को मिलेगा जिस पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगेगा
ये योजना बहुत प्रसिद्ध है विशेषकर ग्रामीण भारत में, जिसका मतलब है कि योजना महिलाओं की आने वाली पीढ़ी को आर्थिक सुरक्षा दे रही है।