लोग अक्सर शादी या अन्य वजहों से अपने नाम या सरनेम में बदलाव करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर क्या असर पड़ता है? अगर इस अपडेटेड नाम को क्रेडिट रिपोर्ट में सही ढंग से दर्ज नहीं करवाया जाए तो आपकी फाइनेंशियल प्रोफाइल पर गलत असर पड़ सकता है और आपको भविष्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं कि नाम बदलने का सिबिल स्कोर पर क्या असर पड़ता है और नाम बदलते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
नाम बदलने का सिबिल स्कोर पर असर
नाम की स्पेलिंग बदलने और सरनेम जोड़ने या हटाने का आपके सिबिल स्कोर पर कोई सीधा असर नहीं पड़ता। लेकिन अगर यह नया नाम आपकी सिबिल रिकार्ड में अपडेट नहीं कराया गया तो क्रेडिट ब्यूरो को आपके सही क्रेडिट डेटा तक पहुंचना मुश्किल हो सकता है। यानी आपका वास्तविक क्रेडिट डेटा सही ढंग से ट्रैक नहीं हो पाएगा, नतीजतन बैंक व एनबीएफसी द्वारा आपका सिबिल स्कोर चेक करने पर उसे आपकी पूरी जानकारी नहीं मिलेगी। और हो सकता है कि आपका लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन खारिज़ हो जाए।
इसलिए ज़रूरी है कि आप अपने सभी डॉक्यूमेंट्स पर अपडेटेड नाम रखें। ताकि भविष्य में पहचान संबंधित कोई दिक्कत न हो। नाम अपडेट करने के लिए अपने बदले हुए नाम से संबंधित दस्तावेज़ बैंक, एनबीएफसी या कार्ड जारीकर्ता को दें, ताकि वह सभी वित्तीय दस्तावेज़ पर इसे अपडेट कर सके। साथ ही क्रेडिट ब्यूरो को भी बदले हुए नाम के बारे में सूचित करें।
नाम बदलने के बाद क्या करें?
नाम में बदलाव करने के बाद आपको सबसे पहले इसके बारे में अपने बैंक/NBFC को सूचित करना चाहिए। क्योंकि एक बार जब बैंक व एनबीएफसी अपने रिकार्ड में आपका नाम अपडेट कर देते हैं तो यही जानकारी आपके क्रेडिट या सिबिल रिपोर्ट में भी अपने आप अपडेट हो जाती है।
हालांकि नाम में बदलाव के बारे में खुद से क्रेडिट ब्यूरो या सिबिल को बताना अच्छा होता है। इसके लिए आप क्रेडिट ब्यूरो को ईमेल भेज सकते हैं। या फिर उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर नाम अपडेट करने के लिए डिस्प्यूट दर्ज कर सकते हैं।
अगर आपको क्रेडिट रिपोर्ट की ज़्यादा समझ नहीं है तो रिपोर्ट में अपना नाम अपडेट करवाने के लिए आप पैसाबाज़ार की क्रेडिट+ सर्विस ले सकते हैं। इस सेवा के तहत बैंक व एनबीएफसी समेत क्रेडिट ब्यूरो में आपका नाम अपडेट करने के लिए पैसाबाज़ार का एक क्रेडिट एक्सपर्ट आपको गाइड करता है।
नाम अपडेट संबंधी डिस्प्यूट के लिए ये दस्तावेज़ ज़रूरी
- मौजूदा पूरा नाम और बैंक या एनबीएफसी में रजिस्टर्ड पूरा नाम
- अपडेटेड पैन कार्ड
- वर्तमान निवास पता
- अपडेटेड आधार कार्ड (लोन से आधार लिंक होने के मामले में)
- नाम बदलने का प्रमाण जैसे मेसेज सर्टिफिकेट आदि
अपडेटेड आधार कार्ड, पैन कार्ड और बदले हुए नाम का प्रमाण देने से रिपोर्ट में जानकारी अपडेट करना आसान हो जाता है। अगर आप संबंधित डॉक्यूमेंट्स नहीं देते हैं तो क्रेडिट ब्यूरो वैरिफिकेशन, के लिए चुनिंदा दस्तावेज़ मांग सकता है।
ये भी पढ़ें- क्रेडिट रिपोर्ट में गलती होने पर सुधार के लिए ऐसे दर्ज करें डिस्प्यूट
सिबिल को जानकारी देने में देरी का प्रभाव
बैंक, एनबीएफसी, सिबिल या क्रेडिट ब्यूरो को इस बारे में जानकारी देने में किसी तरह की देरी का अस्थायी प्रभाव पड़ सकता है-
- अगर PAN और आधार कार्ड में आपका नाम बदला हुआ है, लेकिन यही जानकारी क्रेडिट ब्यूरो डेटा में अपडेटेड नहीं है तो नया लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन आगे प्रोसेस होना मुश्किल है।
- क्रेडिट रिपोर्ट में जानकारी मेल न खाने पर आपको रिपोर्ट मिलने में देरी भी हो सकती है।
- क्रेडिट ब्यूरो आपका नवीनतम क्रेडिट स्कोर अपडेट नहीं कर सकता है, अगर बैंक व एनबीएफसी की तरह से जानकारी भेजने में देरी हो। साथ ही ब्यूरो डेटा मिल जाने के बाद भी इसे अपडेट करने से बच सकता है यह कहकर कि डेटाबेस में अंतर है।
- अगर आप सिबिल स्कोर सुधारने की कोशिश कर रहे हैं तो वह और भी मुश्किल हो सकता है क्योंकि आपके द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदम आपके क्रेडिट रिपोर्ट में दिखाई ही नहीं देंगे।
इसलिए जितनी जल्दी हो सके आपको अपने पहचान प्रमाण पत्र और वित्तीय दस्तावेज़ों में अपना नया नाम अपडेट करवा लेना चाहिए। ताकि किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
नाम बदलते समय ध्यान में रखने वाली बातें
- आपको सबसे पहले अपना नाम आधार कार्ड में अपडेट करवाना चाहिए, इसके बाद इसी आधार से पैन कार्ड भी अपडेट करवाएं।
- बैंक व एनबीएफसी के पास आपकी जानकारी तब तक अपडेट नहीं हो सकती है जब तक कि आपका नया नाम आपके पैन कार्ड में अपडेट न हो।
- अगर आप कभी अपना नाम बदलते हैं, तो इस नए नाम को आपके सिबिल रिपोर्ट में बैंक व एनबीएफसी को बताने के बाद ही जोड़ा जाएगा।
- नाम बदलने की जानकारी सभी क्रेडिट ब्यूरो को दी जाती है और यह नया नाम उनके रिकार्ड में अपडेटेड हो जाता है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का हिस्सा बना रहता है।
- आपको नियमित रूप से क्रेडिट ब्यूरो से फॉलो-अप लेते रहना होता है कि आपका नया नाम सिबिल रिपोर्ट में अपडेट हुआ या नहीं।
- क्रेडिट ब्यूरो डेटाबेस में नया नाम अपडेट होने में 30 दिनों तक का समय लग सकता है।
- एक बार जब आपका नया नाम आपके सिबिल रिपोर्ट में अपडेट हो जाए, फिर आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस तरह अगर आप अपने नाम की स्पेलिंग या सरनेम में किसी तरह का बदलाव करते हैं तो उसे पैन, आधार और अन्य वित्तीय दस्तावेज़ों समेत क्रेडिट/सिबिल रिपोर्ट में भी अपडेट करवाएं। वरना इसका नकारात्मक असर तुरंत तो नहीं लेकिन देरी से देखने को मिल सकता है। लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में स्कोर संबंधी किसी तरह की समस्या न आए, इसके लिए समय-समय पर अपनी सिबिल रिपोर्ट चेक करते रहें और किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर सुधार के लिए बैंक व क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क करें।