बैंक और लोन संस्थान आवेदक के लिए लोन राशि तय करते समय दो तरीकों को इस्तेमाल करते हैं:-
1. मल्टीप्लायर मेथड : इसमें आवेदक की नेट मंथली इनकम के कुछ गुना (आमतौर पर 10 से 24 गुना) तक की लोन राशि ऑफर की जाती हैं। उदाहरण के लिए, अगर आवेदक की मंथली सैलरी 60,000 है, तो उस हिसाब से उसे 6 लाख से 14.40 लाख रु. तक का लोन मिल सकता है।
| मल्टीप्लायर | मंथली सैलरी | अनुमानित लोन राशि |
|---|---|---|
| 10x | रु.60,000 | 6 लाख रु. |
| 15x | रु.60,000 | 9 लाख रु. |
| 20x | रु.60,000 | 12 लाख रु. |
| 25x | रु.60,000 | 15 लाख रु. |
2. EMI/NMI रेश्यो: इसमें यह देखा जाता है कि आपकी सैलरी का कितना हिस्सा EMI के भुगतान में जा रहा है। बैंक आमतौर पर 50–55% तक के EMI/NMI रेश्यो वाले आवेदकों को लोन देना पसंद करते हैं।





