ELSS क्या है?
एक इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS), जिसे टैक्स-बचत म्यूचुअल फंड के रूप में जाना जाता है, एक प्रकार का इक्विटी फंड है, जिसमें निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत, 1.5 लाख रु. तक की सालाना टैक्स छूट मिलती है।
ELSS कैलकुलेटर क्या है?
म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उस रिटर्न/ लाभ को जानना है जो आपको SIP या Lumpsum निवेश से मिलेगा। आपने जो निवेश किया है उस से कितना रिटर्न/ लाभ मिलेगा ये जानने के लिए कैलकुलेटर का उपयोग करें।
ELSS कैलकुलेटर तीन प्रकार के होते हैं:
- SIP ELSS कैलकुलेटर
SIP द्वारा अगर आप एक निश्चित समय के लिए निवेश करते हैं तो इस कैलकुलेटर से मिलने वाले लाभ का अंदाज़ा निकाल सकते हैं। लाभ पता करने के लिए निवेश राशि, समयसीमा और ब्याज़ दर की जानकारी डालें।
- लम्पसम कैलकुलेटर
SIP कैलकुलेटर की तरह ही, इसके द्वारा आप लम्पसम में किये गए निवेश के लाभ का अंदाज़ा पता लगा सकते हैं। लाभ पता करने के लिए EMI राशि, समयसीमा और ब्याज़ दर की जानकारी डालें।
- SIP पास्ट परफॉरमेंस कैलकुलेटर
ये कैलकुलेटर किसी भी म्यूचुअल फण्ड स्कीम का रिकॉर्ड ट्रैक करता है। ये कैलकुलेटर फण्ड के पिछले रिकॉर्ड के आधार पर उसका भविष्य में क्या प्रदर्शन होगा ये बताता है। हालाँकि, इसकी कोई गारंटी नहीं है कि म्यूचुअल फण्ड का प्रदर्शन भविष्य में वैसे ही रहेगा जैसा पहले रहा है। फिर भी आपको म्यूचुअल फण्ड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाती है। ये जानने के लिए आपको SIP के मैच्योर होने की तारिख, एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) का नाम और निवेश के जाने वाली राशि की जानकारी कैलकुलेटर में डालनी होगी।
ELSS में निवेश के लाभ
लॉक–इन अवधि
सभी टैक्स बचत निवेश विकल्पों में से ELSS की 3 वर्ष की सबसे छोटी लॉक-इन अवधि है। |
ज़्यादा रिटर्न
बाज़ार से सीधे जुङे विकल्प होने के चलते, ELSS अन्य टैक्स-बचत विकल्प जैसे FD, PPF, नेशनल स्कीम सर्टिफिकेट (NSC), आदि से अधिक रिटर्न/ लाभ दे सकता है। |
टैक्सेशन
आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत, 1.5 लाख रु. तक की टैक्स छूट प्राप्त करने के अलावा ELSS पर कमाए लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन प्रति वर्ष 1 लाख रुपये तक टैक्स मुक्त है। |
S.I.P विकल्प
ELSS एकमात्र टैक्स बचत विकल्प है जो SIP (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट ऑप्शन) के साथ आता है। SIP से निवेशक को पावर ऑफ कंपाउंडिंग का लाभ पाने के साथ न्यूनतम 500 रूपए से निवेश करने में सक्षम बनाता है। |
ELSS के टैक्स लाभ
जैसा कि ऊपर बताया गया है, ELSS टैक्स लाभ पाने के लिए एकमात्र फंड है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत, 1.5 लाख रु. की सालाना टैक्स छूट होती है। वहीं1 लाख रूपये तक के लॉन्ग-इन कैपिटल गेन टैक्स मुक्त होता है।
ELSS बनाम अन्य टैक्स बचत निवेश विकल्प
टैक्स बचत निवेश विकल्प | लॉक-इन अवधि | रिटर्न | जोखिम प्रोफ़ाइल |
ELSS | 3 वर्ष | 15%-18% | उच्च |
F.D | 5 वर्ष | 6.50%-8.25% | कम |
PPF | 15 वर्ष | 8% | कम |
NSC | 5 वर्ष | 8% | कम |
NPS | रिटायरमेंट तक (60 वर्ष की आयु) | 10.81%* | मध्यम |
*NPS टियर-1 योजना का 5- वर्षीय औसत रिटर्न/ लाभ (इक्विटी में 50% और कॉर्पोरेट बॉन्ड और सरकारी बॉन्ड प्रत्येक में 25% के साथ). रिटर्न की गारंटी नहीं है.
मुझे ELSS में कितना निवेश करना चाहिए?
ELSS में SIP द्वारा न्यूनतम राशि के साथ शुरूआत की जा सकती है। SIP में न्यूनतम 500 रु. का निवेश किया जा सकता है। हालाँकि, ELSS द्वारा एक साल में 1.5 लाख रु. कमाने पर कोई टैक्स नहीं लगता है।
ELSS में निवेश कैसे करें?
कोई भी AMC में एक लॉग-इन खाता बना सकता है और सीधे निवेश शुरू कर सकता है। ऐजेंट के माध्यम से भी एक रेग्युलर प्लान में निवेश कर सकते हैं। लेकिन डायरेक्ट प्लान के विपरीत, रिटर्न/ लाभ में से अतिरिक्त कमीशन काटा जाएगा, इसके अलावा एक्सपेंस रेश्यो शुल्क लिया जाएगा। आप पैसाबाज़ार जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का भी उपयोग कर सकते हैं। Paisabazaar की वेबसाइट या मोबाइल ऐप में लॉग-इन करें और आप वहां 200 से अधिक म्यूचुअल फंड की तुलना कर सकते हैं। आप सबसे अच्छे ELSS में से किसी एक को चुन सकते हैं और निवेश कर सकते हैं।
ELSS कैलकुलेटर सबसे अच्छा टैक्स सेवर फंड
फंड का नाम | 3 साल के रिटर्न | 5 साल के रिटर्न |
आदित्य बिङला सन लाइफ टैक्स प्लान | 7.33 % | 12.66 % |
एक्सिस लॉन्ग टर्न इक्विटी फंड | 10.43 % | 13.82 % |
DSP टैक्स सेवर फंड | 8.11 % | 12.19 % |
HDFC लॉंग टर्म एडवांटेज फंड | 9.60 % | 9.88 % |
IDFC टैक्स एडवांटेज फंड | 9.01 % | 12.08 % |
संबंधित सवाल
प्रश्न.ELSS में निवेश के लिए डी-मैट खाता आवश्यक है?
उत्तर: नहीं, क्योंकि ELSS एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है और इसमें निवेश करने के लिए डी-मैट खाते की आवश्यकता नहीं होती है।
प्रश्न.क्या ELSS में निवेश करना सुरक्षित है?
उत्तर: यह उच्च जोखिम के साथ उच्च रिटर्न श्रेणी में आता है क्योंकि इसमें ऐेसेट का प्रमुख हिस्सा इक्विटी को आवंटित किया जाता है। हालांकि, इसमें 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है जो जोखिम और रिटर्न को बैलेंस करता है। यह इक्विटी में डायरेक्ट निवेश से अधिक सुरक्षित है। रिटर्न के अलावा, आपको ELSS से टैक्स लाभ भी मिलता है।
प्रश्न.ELSS के क्या लाभ हैं? क्या यह अन्य म्यूचुअल फंड योजनाओं से अलग है?
उत्तर: हां, इसमें 3 साल की लॉक-इन अवधि ज़रूरी है और यह एकमात्र म्यूचुअल फंड है जहां 1.5 लाख रु. तक की टैक्स छूट होती है।
प्रश्न.क्या ELSS रिटर्न टैक्सेबल हैं?
उत्तर: ELSS 1 लाख रुपये तक कर मुक्त होते हैं। पर एक लाख से अधिक के ELSS पर 10% की दर से टैक्स लगाया जाएगा।
प्रश्न.मैं ELSS फंड्स में कैसे निवेश करूं?
उत्तर: पैसाबाज़ार के ऐप या वेबसाइट पर जाएं जहां आप विभिन्न AMC के ELSS की तुलना कर सकते हैं और उसे चुन सकते हैं। जिसके लिए आपको एक लॉग-इन अकाउंट बनाना होगा।
प्रश्न.ELSS या SIP में से कौन सा बेहतर है?
उत्तर: ELSS एक स्कीम है जबकि SIP निवेश का एक तरीका है। ELSS में SIP का विकल्प भी चुन सकते हैं।
प्रश्न.ELSS का लॉक-इन पीरियड कितना है?
उत्तर: 3 साल
प्रश्न.हर साल ELSS में निवेश करने से अधिकतम टैक्स लाभ हो सकता है?
उत्तर: प्रत्येक फाइनेंशियल वर्ष के लिए 1.5 लाख रुपये तक।