इस पेज पर पढ़ें:
- डिविडेंड यील्ड फंड क्या है?
- विशेषताएं
- डिविडेंड यील्ड फंड के प्रकार
- लाभ
- किसको निवेश करना चाहिए?
- ध्यान रखने योग्य बातें
- टैक्स
- सर्वश्रेष्ठ डिविडेंड यील्ड फंड
- निवेश कैसे करें?
डिविडेंड यील्ड फंड
कुछ म्यूचुअल फंड शेयरों द्वारा प्राप्त डिविडेंड के रूप में अपने निवेशकों को अधिक रिटर्न/ लाभ प्रदान करते हैं। ये फंड केवल उन कंपनियों में निवेश करते हैं जिनके शेयर खरीदने पर डिविडेंड मिलता है, जिससे फंड मैनेजर अपने निवेश से अधिकतम मूल्य निकाल सकते हैं।
विशेषताएं
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- डिविडेंड यील्ड फंड अपने फंड का एक बड़ा हिस्सा डिविडेंड यील्डिंग शेयरों में निवेश करने के लिए जाने जाते हैं, जिसका मतलब है कि इन शेयरों वाली कंपनियां औसत डिविडेंड का भुगतान करती हैं।
- सेबी द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के कारण, इन फण्ड को अपनी संपत्ति का न्यूनतम 65% डिविडेंड देने वाले शेयरों में निवेश करना चाहिए।
- डिविडेंड यील्ड म्यूचुअल फंड उन कंपनियों में विशेष रूप से निवेश करने के लिए जाने जाते हैं जो अपने निवेशकों को डिविडेंड के रूप में अपने मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा प्रदान करते हैं। आमतौर पर, ये सरकारी स्वामित्व वाली और कुछ प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां होती हैं जो शेयरधारकों के मूल्य को अधिक करने के लिए नियमित रूप से डिविडेंड के रूप में भुगतान करती हैं।
- इन कंपनियों के पास कमाए गए लाभ को फिर से निवेश करने या निवेशकों के बीच उस लाभ को बांटने का विकल्प है।
- फंड कमाए गए लाभ के आधार पर निवेशकों को डिविडेंड देता है।
डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड के प्रकार
डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड को 2 कैटेगरी में बांटा जा सकता है:
डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड (इक्विटी) – अगर एक डिविडेंड म्यूचुअल फंड इक्विटी में अपनी संपत्ति (65% से अधिक) का बड़ा हिस्सा निवेश करता है, तो इसे डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड(इक्विटी) के रूप में बांटा जाएगा। इक्विटी डिविडेंड यील्डिंग म्युचुअल फंड अत्यधिक अस्थिर माना जाता है।
डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड (डेट) – अगर डिविडेंड म्यूचुअल फंड अपनी संपत्ति का 65% से अधिक डेट में निवेश करता है, तो इसे डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड (डेट) के रूप में जाना जाएगा। इक्विटी डिविडेंड देने वाले म्यूचुअल फंड के विपरीत, ये फंड कम अस्थिर होते हैं। इन फंड में डिविडेंड का भुगतान डेट बॉन्ड से प्राप्त लाभ से किया जाता है जो बाज़ार में बॉन्ड के व्यापार से आता है या बॉन्ड से कमाए गए ब्याज़ से आता है।
म्यूचुअल फंड डिविडेंड रि-इनवेस्टमेंट और डिविडेंड स्वीप प्लान भी देते हैं। डिविडेंड रि-इनवेस्टमेंट प्लान के तहत घोषित डिविडेंड उसी म्यूचुअल फंड स्कीम में वापस निवेश कर दिया जाता है।
उदाहरण के लिए, एक्सिस ब्लूचिप फंड (डिविडेंड प्लान) 10 रु. प्रति यूनिट के डिविडेंड की घोषणा करता है और आपके पास फंड की 100 यूनिट हैं। अत: आपको 1000 रु. मिलेंगे। यदि आप डिविडेंड रि-इनवेस्टमेंट प्लान में निवेश करते हैं, तो 1000 रु. का उपयोग ऑटोमेटिक ही एक्सिस ब्लूचिप फंड की अधिक यूनिट को खरीदने के लिए कर लिया जाएगा।
डिविडेंड स्वीप प्लान में, 1000 रु. का इस्तेमाल एक्सिस AMC (निवेशक द्वारा चयनित) की एक अन्य म्यूचुअल फंड स्कीम की यूनिट खरीदने के लिए किया जाएगा। टैक्स के लिहाज़ से देखा जाए तो डिविडेंड री-इंवेस्टमेंट का विकल्प बेहतर है क्योंकि इसमें टैक्स लागू नहीं होता है। इसके विपरीत डिविडेंड प्राप्त करने पर निवेशक को कमाए गए लाभ पर टैक्स देना होता है।
डिविडेंड म्यूचुअल फंड में निवेश के लाभ
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- अधिक डिविडेंड मिलते रहने से आपकी निरंतर आय बनी रहती है।
- डिविडेंडफंड बाज़ार के उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं और बाज़ार में उतार-चढ़ाव के दौरान भी बचाव का काम करते हैं।
- चूंकिये फंड हमेशा उन संगठनों से जुड़े होते हैं जिनका रिकॉर्ड अच्छा है, इसलिए भविष्य में इन फंड को हमेशा अधिक रिटर्न/ लाभ का भरोसा दिया जाता है।
- ये फंड लंबे समय में निवेश पर काफी बेहतर डिविडेंड प्रदान करते हैं क्योंकि फंड मैनेजर ब्लूचिप स्टॉक में निवेश करते हैं, जिनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा होता है।
- डिविडेंड यील्ड फंड में किए गए निवेश में जोखिम का मामूली स्तर होता है , इसलिए ये कम जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त है।
किसे निवेश करना चाहिए
कम जोखिम वाले निवेशक – डिविडेंड यील्ड म्युचुअल फंड मुख्य रूप से उन निवेशकों के लिए होता है जो कम जोखिम लेने में विशवास करते हैं।
नए निवेशक – यदि आप नए निवेशक हैं, तो आप निश्चित रूप से इस फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं क्योंकि ये फंड सीमित अवधि के लिए न्यूनतम जोखिम-निवेश के साथ बनाया गया है।
विविध पोर्टफोलियो – फंड एक बड़े पैमाने पर निवेश और जोखिम मूल्यांकन को सक्षम करता है, जिससे एक विविध पोर्टफोलियो के मालिक होने में संभावित निवेशक की सहायता होती है।
छोटी अवधि के लिए निवेश – वे निवेशक जो अपने निवेश पर रिटर्न से लाभ पाने के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं कर सकते हैं, वे इस फंड के लिए विचार कर सकते हैं, क्योंकि यह थोड़े समय के अंतराल में रिटर्न/ लाभ प्रदान करता है।
लगातार आय – वे निवेशक जो लगातार रूप से आय चाहते हैं, भले ही तुलनात्मक रूप से कम हो, लेकिन लगातार आय प्राप्त हो वो इन फंड में निवेश करने पर विचार करना चाहिए।
ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
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- हाई डिविडेंड भुगतान का ये मतलब भी हो सकता है कि कंपनी के पास पर्याप्त विकास के अवसर नहीं हैं।
- फण्ड हाउस द्वारा दिए जा रहे डिविडेंडपर डिविडेंड डिस्ट्रीब्शन टैक्स (DDT) लगता है। डिविडेंड प्राप्त करने के बाद निवेशक को ये टैक्स चुकाना होता है, गौरतलब है कि पहले फण्ड हाउस ये टैक्स काटकर निवेशकों को डिविडेंड देते थे।
- डिविडेंड की गारंटी नहीं है और कंपनी द्वारा दिए गए मुनाफे पर निर्भर है। इसलिए, वे निश्चित राशि के लिए बिल्कुल भरोसेमंद नहीं हो सकते।
- बाज़ार में तेज़ी होने पर डिविडेंड फंड के ग्रोथ फंड के कमजोर होने की संभावना है।
- इन शेयरों में कोई भी निवेश करने से पहले, निवेशकों को फंड के डिविडेंड भुगतान रिकॉर्ड को जानना चाहिए। ये कारक परिभाषित करते हैं कि फंड कैसा प्रदर्शन कर रहा है और भविष्य में इसका प्रदर्शन कैसा होगा।
टैक्स
फंड के प्रकार | DDT दर | प्रभावी DDT दर |
डिविडेंड म्यूचुअल फंड (इक्विटी) | 10% | 11.64% |
डिविडेंड म्यूचुअल फंड (डेट) | 25% | 29.12% |
इक्विटी म्यूचुअल फंड द्वारा भुगतान किए गए डिविडेंड पर 10% का डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स) लगता हैं। सरचार्ज और सेज समेत प्रभावी टैक्स की दर 11.68% है। यह टैक्स डिविडेंड के भुगतान के समय काटा जाता है और इसलिए डिविडेंड निवेशक के लिए टैक्स-फ्री होता है।
मुद्रा बाज़ार, लिक्विड, डेब्ट फंड जैसे गैर-इक्विटी फंड पर 25% टैक्स लागू होता है। हालांकि, गैर-इक्विटी फंड पर डिविडेंड निवेशकों के लिए टैक्स-फ्री है।
साल 2020 में निवेश के लिए बेस्ट डिविडेंड यील्ड फंड
फंड का नाम | AUM (करोड़) | 1 वर्ष का रिटर्न (%) | 3 वर्ष का रिटर्न (%) | 5 वर्ष का रिटर्न (%) |
प्रिंसिपल डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 183 | 10.85 | 13.20 | 9.07 |
टेम्पलटन इंडिया इक्विटी इनकम फंड | ₹ 909 | 8.53 | 9.51 | 7.35 |
UTI डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 2,346 | 7.85 | 10.30 | 6.46 |
आईसीआईसीआई (ICICI) प्रूडेंशियल डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 171 | 3.10 | 6.53 | 5.36 |
आदित्य बिड़ला सन लाइफ डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 753 | 10.79 | 5.41 | 3.46 |
24 जनवरी 2020 तक का डेटा, सोर्स: वैल्यू रिसर्च
इन फंड द्वारा दिए गए 5 वर्ष के रिटर्न/लाभ के आधार पर ऊपर दी गई लिस्ट बनाई गई है
डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश कैसे करें
आप निम्नलिखित तरीकों में से किसी के माध्यम से डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश कर सकते हैं-
निवेश का ऑफ़लाइन तरीका – अगर आपको निवेश के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है तो आप एक एजेंट के माध्यम से निवेश करना चुन सकते हैं। हालांकि, ब्रोकर के माध्यम से एक फंड में निवेश करना आपको नियमित योजनाओं के माध्यम से निवेश के लिए योग्य बनाता है जो निवेश में विभिन्न रिटर्न और विभिन्न खर्चों की पेशकश करते हैं।यदि आप फंड में स्वतंत्र रूप से निवेश करना चाहते हैं, तो आपको अपने फंड की AMC की नज़दीकी शाखा पर जाना होगा। निम्नलिखित दस्तावेज़ों को ले जाना न भूलें-
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड)
- रद्द किया गया चेक
- पासपोर्टसाइज़ फोटो (लगभग 4-5)
- पैनकार्ड
- KYC दस्तावेज़ (KYC वेरिफिकेशन के लिए)
निवेश का ऑनलाइन तरीका – अगर आप कमीशन या ब्रोकरेज के अपने खर्च में कोई इजाफा नहीं करना चाहते हैं, तो आप पैसाबाज़ार.कॉम जैसे ऑनलाइन इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म पर जा सकते हैं और 1,700 से अधिक फंड की तुलना कर सकते हैं- यहां, आप उस फंड को चुन सकते हैं जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। अपने निवेश के भविष्य के मूल्य का अनुमान लगाने के लिए SIP कैलकुलेटर या लम्पसम कैलकुलेटर का उपयोग करें।