क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट (Credit Card Default) तब होता है, जब आप लंबे समय तक अपने क्रेडिट कार्ड के बकाया बिल का भुगतान नहीं करते। यहां तक कि अगर आप लगातार 6 महीने तक अपने क्रेडिट कार्ड के लिए न्यूनतम बिल का भुगतान नहीं करते, तो आपको डिफॉल्टर लिस्ट में रखा जा सकता है और साथ ही आपका क्रेडिट कार्ड अकाउंट तुरंत डीएक्टिवेट किया जा सकता है। अगर आप भी एक क्रेडिट कार्ड यूज़र हैं तो आपको पता होना चाहिए कि बिल न भरने पर कौन-कौन सी मुश्किलें उठानी पड़ सकती हैं, बैंक वसूली के लिए क्या-क्या कर सकते हैं और डिफॉल्ट होने पर आप कैसे बच सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट कब होता है?
क्रेडिट कार्ड के बकाया बिल का तय तारीख को पूरा या कम से कम न्यूनतम भुगतान करना ज़रूरी है। लगातार 6 महीने या उससे ज़्यादा समय तक भुगतान न करने से आपका क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट में चला जाता है। बिल पेमेंट में डिफॉल्ट होने पर बैंक या कार्ड जारीकर्ता आपको ईमेल, SMS या कॉल्स के ज़रिए भुगतान करने के लिए कहते हैं। अगर तय समय बीत जाने के बाद भी आप भुगतान नहीं करते, तो बैंक आपका क्रेडिट कार्ड बंद कर देता है और आपकी डिफॉल्ट स्थिति की जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को भेज देता है।
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट होने पर क्या होता है?
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट होने पर आवेदक को नीचे दिए गए परिणाम झेलने पड़ सकते हैं:-
1. क्रेडिट स्कोर प्रभावित होगा
अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान न करने का प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। क्योंकि आपकी पेमेंट हिस्ट्री की रिपोर्ट नियमित रूप से क्रेडिट एजेंसियों को भेजी जाती है।
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2. आपका क्रेडिट कार्ड ब्लॉक कर दिया जाएगा
कार्ड के ज़रिए किसी भी ट्रांजैक्शन को रोकने के लिए बैंक आपके क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक कर देगा। आप कोई भी खरीदारी करने के लिए कार्ड स्वाइप नहीं कर पाएंगे। जब तक आप सभी बकाया राशि का भुगतान नहीं करते और बैंक आश्वस्त नहीं हो जाता, तब तक आप कार्ड का फिर से इस्तेमाल नहीं कर सकते।
3. आपको ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है
बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनियां ऐसे लोगों को ब्लैक लिस्ट में डाल देती हैं जो अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं करते।
4. भविष्य में लोन/कार्ड पाना मुश्किल
एक बार नाम ब्लैकलिस्ट में डाले जाने के बाद, किसी भी नए लोन या क्रेडिट प्रोडक्ट के लिए अप्रूवल मिलना मुश्किल हो जाता है।
5. कानूनी कार्रवाई की जा सकती है
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट के मामले में कानूनी कार्यवाई भी की जा सकती है और मामला अदालत में दायर किया जा सकता है।
ब्याज दरें और चार्जेस बढ़ते जाते हैं
बार-बार क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट में डिफॉल्ट करने पर ब्याज लगता जाता है, जिससे ब्याज लागत बढ़ जाती है।
6. रिकवरी एजेंट आपसे संपर्क करेंगे
आमतौर पर, बैंक बिल का भुगतान करने के लिए कुछ लीवरेज और समय देते हैं। यह अवधि बैंक के आधार पर 60-90 दिनों के बीच बढ़ सकती है। लेकिन अगर इस अवधि के बाद भी कोई भुगतान नहीं किया जाता है, तो मामला बैंक के रिकवरी हाउस को भेज दिया जाएगा। इसके बाद रिकवरी एजेंट आपसे संपर्क करेंगे और बिल का जल्द से जल्द भुगतान करने के लिए कहेंगे।
क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान न करने पर क्या होगा?
| क्रेडिट कार्ड पेमेंट डिफ़ॉल्ट की संख्या | परिणाम |
| 1-2 |
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| 3 |
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| 3 से अधिक |
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क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट से निपटने के तरीके
नीचे क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट से निपटने के तरीकों के बारे में बताया जा रहा है–
| क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट से निकलने के विकल्प |
डिफॉल्ट की वजह से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है। इस मामले में आपको अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने की कोशिश करनी होगी क्योंकि आपका क्रेडिट स्कोर ही भविष्य लोन के अप्रूव्ल की संभावनाएं और उसके ब्याज दरों का निर्धारण करेगा। |
रिक्वरी में न सिर्फ आपके वर्तमान क्रेडिट स्कोर की जानकारी शामिल होगी बल्कि इसमें समय–समय पर क्रेडिट स्कोर को रिव्यू किया जाएगा। ये आपको यह जानने में मदद करेगा की आप क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए जो भी कदम उठा रहें हैं वह काम कर रहें है या नहीं।
संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भरने पर क्या होता है?
उत्तर: अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते हैं, तो आपको लेट पेमेंट फीस का भुगतान करना होगा। साथ ही अधिक ब्याज देना होगा जो कि आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप इसके बावजूद क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते तो आपका कार्ड ब्लॉक किया जा सकता है।
प्रश्न. क्या क्रेडिट कार्ड का भुगतान न करने पर मुझे जेल भेजा जा सकता हूं?
उत्तर: क्रेडिट कार्ड पेमेंट डिफॉल्ट करने पर अदालत में कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। और आपका नाम भारत में क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टर सूची में भी शामिल कर दिया जाएगा।
प्रश्न. भारत में क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टरों के लिए क्या सज़ा है?
उत्तर: देर से भुगतान के लिए आपसे जुर्माना लिया जाएगा। एक दिन की देरी होने पर भी आपको बकाया राशि पर ब्याज के साथ–साथ पेनेल्टी भी देनी पड़ेगी। क्रेडिट कार्ड पर ये वार्षिक ब्याज दरें (APR के रूप में भी जानी जाती हैं) 30% और 45% के बीच हो सकती हैं।
प्रश्न. क्रेडिट कार्ड कंपनियां भुगतान न करने पर कब मुकदमा करती हैं?
उत्तर: लगभग 15% मामलों में क्रेडिट कार्ड कंपनियां भुगतान न करने पर मुकदमा करती हैं। आपको तभी मुकदमों के बारे में चिंता करनी चाहिए, जब आप 180 दिनों तक बकाया राशि का भुगतान नहीं करते या डिफॉल्ट करते हैं।
प्रश्न. क्या क्रेडिट कार्ड कंपनियां कभी कर्ज़ माफ करती हैं?
उत्तर: शायद ही कभी क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपके पूरे कर्ज को माफ कर देती हैं, लेकिन हो सकता है कि वे आपके कर्ज़ का एक हिस्सा माफ कर दे।
प्रश्न. क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टरों के लिए आरबीआई के दिशानिर्देश क्या हैं?
उत्तर: आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड कंपनियों के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने ग्राहकों के साथ उचित व्यवहार करें। इन दिशानिर्देशों में शामिल हैं:
- क्रेडिट कार्ड कंपनियां ग्राहकों को बकाया राशि की वसूली के लिए डरा या धमका नहीं सकती हैं।
- क्रेडिट कार्ड कंपनियों को ग्राहकों को बकाया राशि के बारे में स्पष्ट और संक्षिप्त जानकारी प्रदान करनी होगी।
- क्रेडिट कार्ड कंपनियों को ग्राहकों को बकाया राशि चुकाने के लिए उचित समय देना होगा।
प्रश्न. क्रेडिट कार्ड ब्लैक लिस्टेड का क्या मतलब है?
उत्तर: जिन क्रेडिट कार्डों पर धोखाधड़ी या गलत ट्रांजैक्शन किए जाने का संदेह होता है, उन्हें एक डेटाबेस में संकलित किया जाता है और ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाता है। ब्लैक लिस्ट करने का उद्देश्य बैंकों के लिए धोखाधड़ी और नुकसान को रोकना है।
