कृषि लोन (Agriculture Loan) पर ब्याज दर को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक नीचे दिए गए हैं:
- क्रेडिट स्कोर: बैंक/ लोन संस्थान लोन आवेदन को मंजूरी देने से पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं। क्रेडिट स्कोर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की 3 अंकों की समरी होती है जिसे आपकी रीपेमेंट हिस्ट्री के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है।
- फिक्स्ड ऑब्लिगेशन टू इनकम रेश्यो: ये बताता है कि आप अपनी आय का कितना हिस्सा मौजूदा लोन, क्रेडिट कार्ड के बकाया और ऐसे अन्य कर्ज के भुगतान के लिए दे रहे हैं।
- क्रेडिट यूटिलाईज़ेशन रेश्यो: आप अपनी कुल क्रेडिट लिमिट में से जितना उपयोग करते हैं, उतना ही आपका क्रेडिट यूटिलाईज़ेशन रेश्यो होता है। यानि कि आपका क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो जितना अधिक होता है, आप पर कर्ज भी उतना ही अधिक होता है और बैंक/लोन संस्थान की नज़र में आपको लोन देने में जोखिम होगा।
- लोन एप्लीकेशन की संख्या: आप जितनी बार भी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, उतनी बार ही बैंक व लोन संस्थानों द्वारा आपके लिए क्रेडिट ब्यूरो में हार्ड-इन्क्वायरी की जाती है। ये आपके क्रेडिट स्कोर पर गलत प्रभाव डालती है।
- बैंक के साथ पिछला संबंध: यह तब लागू होता है जब आपने पहले भी उस बैंक से पर्सनल या होम लोन लिया हो, जहाँ आप अब फिर से लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं, या यदि बैंक में आपका सेविंग या करंट अकाउंट है।






