Paisabazaar app Today!
Get instant access to loans, credit cards, and financial tools — all in one place
Our Advisors are available 7 days a week, 9:30 am - 6:30 pm to assist you with the best offers or help resolve any queries.
Get instant access to loans, credit cards, and financial tools — all in one place
Scan to download on
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) एक रिटायर्मेंट योजना है जहां कर्मचारी हर महीने अपने मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12% योगदान करता है। कंपनी/ नियोक्ता भी कर्मचारी के अकाउंट में 12% का ही योगदान करता है जिसका 8.33% हिस्सा ईपीएस में और 3.67% हिस्सा ईपीएफ में जाता है। EPF अकाउंट में जमा राशि पर ब्याज मिलता है, इस लेख में हम बताएंगें कि वो ब्याज कितना है और कैसे कैलकुलेट होता है।
600 या 750? कितना है आपका क्रेडिट स्कोर? मुफ्त में यहाँ जानें
Let’s Get Started
The entered number doesn't seem to be correct
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए EPF ब्याज दर 8.25% है
ईपीएफओ केंद्रीय न्यासी बोर्ड द्वारा वित्त मंत्रालय के परामर्श के बाद हर साल ईपीएफ ब्याज दर (EPF Interest Rates) की समीक्षा करता है। वित्तीय वर्ष के लिए ईपीएफ ब्याज दर (EPF Interest Rates) की समीक्षा उस वित्तीय वर्ष के अंत में की जाती है। यह समीक्षा जहां तक संभव हो, फरवरी में ही की जाती है, लेकिन कभी-कभी अप्रैल या मई में भी की जाती है।
| वर्ष | EPF ब्याज दरें |
| 2023-2024 | 8.25% |
| 2022-2023 | 8.15% |
| 2021-2022 | 8.10% |
| 2020 – 2021 | 8.50% |
| 2019 – 2020 | 8.50% |
| 2018 – 2019 | 8.65% |
| 2017 – 2018 | 8.55% |
| 2016 – 2017 | 8.65% |
| 2015 – 2016 | 8.80% |
| 2013 – 2015 | 8.75% |
| 2012 – 2013 | 8.50% |
| 2011 – 2012 | 8.25% |
| 2010 – 2011 | 9.50% |
| 2005 – 2010 | 8.50% |
| 2004 – 2005 | 9.50% (9% ब्याज + 0) 5% स्वर्ण जयंती बोनस ब्याज) |
| 2001 – 2004 | 9.50% |
| 2000 – 2001 | 12% (अप्रैल-जून, 2001) और 11% (जुलाई, 2001 के बाद) मासिक चालू शेष राशि पर |
| 1989 – 2000 | 12.00% |
| 1988 – 1989 | 11.80% |
| 1987 – 1988 | 11.50% |
| 1986 – 1987 | 11.00% |
| 1985 – 1986 | 10.15% |
| 1984 – 1985 | 9.90% |
| 1983 – 1984 | 9.15% |
| 1982 – 1983 | 8.75% |
| 1981 – 1982 | 8.50% |
| 1979 – 1981 | 8.25% |
| 1978 – 1979 | 8.25% + 0. 5% बोनस (उन सदस्यों के लिए जिन्होंने 1976-1977 और 1977-1978 के दौरान अपने PF से कोई राशि नहीं निकाली) |
| 1977 – 1978 | 8.00% |
| 1976 – 1977 | 7.50% |
| 1975 – 1976 | 7.00% |
| 1974 – 1975 | 6.50% |
| 1972 – 1974 | 6.00% |
| 1971 – 1972 | 5.80% |
| 1970 – 1971 | 5.70% |
| 1969 – 1970 | 5.50% |
| 1968 – 1969 | 5.25% |
| 1967 – 1968 | 5.00% |
| 1966 – 1967 | 4.75% |
| 1965 – 1966 | 4.50% |
| 1963 – 1964 | 4.25% |
| 1957 – 1963 | 4.00% |
| 1955 – 1957 | 3.50% |
| 1952 – 1955 | 3.00% |
ईपीएफ योजना में कर्मचारी और नियोक्ता/कंपनी हर महीने बराबर राशि का योगदान करते हैं। कर्मचारी अपने ईपीएफ अकाउंट में मूल वेतन + महंगाई भत्ते का 12% योगदान करता है। अगर कर्मचारी 20 से कम कर्मचारियों वाली कंपनी/संस्था या जूट, बीड़ी, ईट, कॉयर और ग्वार गम फैक्ट्री जैसे उद्योगों में काम करता है तो कर्मचारी को 10% योगदान देना होगा।
कंपनी/नियोक्ता भी कर्मचारी के अकाउंट में 12% का ही योगदान करता है जिसका 8.33% हिस्सा ईपीएस (कर्मचारी पेंशन योजना) में और 3.67% हिस्सा ईपीएफ में जाता है। इसके अलावा, कंपनी EDLI के लिए अतिरिक्त 0.5% का भी योगदान करती है।
1 जून 2018 से कंपनी/ नियोक्ता को 0.50% की दर से प्रशासनिक खातों के लिए अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होता है। न्यूनतम प्रशासनिक शुल्क 500 रु. है और यदि किसी महीने योगदान नहीं हो पाता है, तो कंपनी/नियोक्ता को उस महीने 75 रु. की फीस का भुगतान करना होगा।
ईपीएफ ब्याज को हर महीने कैलकुलेट किया जाता है, लेकिन इसे अकाउंट में जमा वित्तीय वर्ष के अंत में ही किया जाता है। नीचे दिए गए उदाहरणों के माध्यम से जानें कि कर्मचारी के ईपीएफ पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है:
निम्नलिखित उदाहरण के माध्यम से आप जानेंगे:
एक वित्तीय वर्ष के लिए ब्याज की कैलकुलेशन का उदाहरण–
मूल वेतन + महंगाई भत्ता = ₹ 15,000
ईपीएफ में कंपनी/नियोक्ता का योगदान = कर्मचारी का योगदान – ईपीएस में कंपनी/ नियोक्ता का योगदान = ₹ 550
हर महीने कुल ईपीएफ योगदान = ₹1,800 + ₹550 = ₹2,350
2022-2023 के लिए ब्याज दर 8.15% है।
ब्याज कैलकुलेट करते समय, हर महीने लागू ब्याज = 8.15%/12 = 0.679%
मान लें कि कर्मचारी ने 1 अप्रैल 2022 को नौकरी करना शुरू किया, तो वित्तीय वर्ष 2022-2023 के लिए योगदान अप्रैल से शुरू होगा।
| अप्रैल के लिए कुल ईपीएफ योगदान = ₹ 2,350 |
| अप्रैल के लिए ईपीएफ योगदान पर ब्याज = शून्य (पहले महीने के लिए कोई ब्याज नहीं) |
| अप्रैल के अंत में ईपीएफ खाते की शेष राशि = ₹ 2,350 |
| मई के लिए कुल ईपीएफ योगदान = ₹ 2,350 |
| मई के लिए कुल ईपीएफ योगदान = ₹ 4,700 |
| मई के लिए ईपीएफ योगदान पर ब्याज = ₹ 4,700 * 0.7083% = ₹ 33.29 |
*ब्याज को हर महीने कैलकुलेट किया जाएगा, लेकिन जमा इसे वित्तीय वर्ष के अंत में किया जाएगा। (इस उदाहरण के मुताबिक 31 मार्च 2022 को)
वित्तीय वर्ष 2011-12 में, EPFO ने सुझाव दिया था कि उन EPF खातों में ब्याज का भुगतान रोका जाए जिनमें 3 साल से ज्यादा समय से कोई योगदान नहीं किया गया है। हालांकि, यह निर्णय 2016 में वापस ले लिया गया।
नतीजतन, यहां तक कि जो खाते 3 साल से अधिक समय से निष्क्रिय पड़े हैं, उनमें मौजूद दरों के मुताबिक अर्जित ब्याज के साथ राशि जमा की जाएगी। वित्त वर्ष 2022-2023 में ब्याज की वर्तमान दर 8.15% प्रति वर्ष है। यदि आपका खाता निष्क्रिय हो गया है अर्थात योजना की अवधि समाप्त हो गई है या आप 58 वर्ष के हो चुके हैं और आपने EPF बैलेंस नहीं निकाला है तो आपको ब्याज नहीं मिलेगा।
ये भी पढ़ें: EPF अकाउंट को ऑनलाइन कैसे ट्रान्सफर करें
1) कर्मचारी भविष्य निधि (EPF)
2) कर्मचारी पेंशन योजना (EPS)
3) कर्मचारी डिपॉज़िट लिंक्ड योजना (EDLI)
प्रश्न. ईपीएफ ब्याज कब जमा किया जाता है?
उत्तर: ईपीएफ अधिनियम, 1952 के अनुसार, प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन से शुरू मंथली रनिंग बैलेंस के मुताबिक सदस्य के अकाउंट में ब्याज जमा की जाती है।
प्रश्न. क्या EPFO ने 2022-23 के लिए PF डिपॉज़िट पर ब्याज दर बढ़ाई है?
उत्तर: वित्त मंत्रालय द्वारा हाल ही में किए गए ब्याज दर रिवीज़न के मुताबिक, 2022-2023 की ईपीएफ ब्याज दर 8.15% है।
प्रश्न. क्या ईपीएफ ब्याज पर टैक्स लगता है?
उत्तर: कर्मचारी के रिटायरमेंट की तारीख तक, ईपीएप बैलेंस पर कोई टैक्स नहीं लगता है। लेकिन, रिटायरमेंट के बाद जमा किए गए ब्याज पर ‘अन्य स्त्रोतों से आय’ के रूप में टैक्स लगता है। हालांकि,बजट 2021 के अनुसार, यदि एक वित्त वर्ष में ईपीएफ और वीपीएफ में जमा 2.5 लाख रुपये से अधिक है, तो 2.5 लाख रुपये से अधिक के योगदान पर अर्जित ब्याज पर कर लिया जाएगा।