हम अक्सर कम ब्याज दर और बेहतर शर्तों पर पर्सनल लोन पाने के लिए कई बैंक व एनबीएफसी में आवेदन करते हैं। लेकिन क्या कम समय में कई लोन आवेदन करने से क्रेडिट स्कोर पर कोई असर पड़ता है? जवाब है हाँ। कम समय में कई लोन आवेदन करने से क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है। आइए इस लेख में समझते हैं कैसे, लेकिन पहले आपको “हार्ड इन्क्वायरी” समझना होगा:-
जब भी आप बैंक/NBFC में लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, वह आपकी साख जानने के लिए क्रेडिट ब्यूरो (ट्रांसयूनियन सिबिल, एक्सपीरियन, इक्विफैक्स, CRIF हाई मार्क) से आपका क्रेडिट रिपोर्ट चेक करते हैं। जिसे हार्ड इन्क्वायरी कहा जाता है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर कुछ अंकों से कम हो जाता है, भले ही आपका लोन आवेदन मंजूर हो या न हो। इसके साथ ही लेंडर द्वारा की गई हर बार की चेकिंग आपके क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज होती है।
कितने लोन आवेदन से क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंच सकता है?
- आप जितने बैंक व एनबीएफसी में पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं, सभी द्वारा हार्ड इन्क्वायरी की जाती है, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर काफी हद तक गिर सकता है।
- कम समय में क्रेडिट रिपोर्ट पर कई हार्ड इन्क्वायरी होना लेंडर्स को यह संकेत देता है कि आप जोखिम भरे आवेदक हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बार-बार किया गया आवेदन दर्शाता है कि आपको तुरंत क्रेडिट की ज़रूरत है या आप वित्तीय दबाव में हैं, जिससे भविष्य में समय पर रिपेमेंट करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
- इससे आपके लोन आवेदन मंजूरी की संभावना कम हो जाती है, अगर लोन मिलता भी है तो उसकी ब्याज दरें अधिक हो सकती है।
- कई सारी हार्ड इन्क्वायरी के कारण क्रेडिट स्कोर में गिरावट होने से क्रेडिट कार्ड या अन्य लोन जैसे होम लोन, बिज़नेस लोन आदि मिलने की आपकी योग्यता कम हो जाती है।
हार्ड इन्क्वायरी के प्रभाव को कम कैसे करें?
- अगर आप ऑटो लोन जैसी बड़ी खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो उसी समय क्रेडिट कार्ड या अन्य प्रकार के क्रेडिट के लिए आवेदन करने से बचें। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर हार्ड इन्क्वायरियों का असर कम होगा।
- प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन ऑफर देखें, क्योंकि इन्हें सॉफ्ट इन्क्वायरी माना जाता है। ऐसे ऑफर आमतौर पर कम ब्याज दरों और बेहतर शर्तों पर मिलते हैं। इसके अलावा, यह आपको क्रेडिट स्कोर पर असर डाले बिना अपनी पर्सनल लोन पात्रता जांचने की सुविधा भी देता है।
सॉफ्ट इन्क्वायरी क्या होती है?
अलग-अलग बैंक व एनबीएफसी के पर्सनल लोन ऑफर की तुलना करने के लिए पैसाबाज़ार जैसे ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस पर जाएं। वहां, लोन की ब्याज दरें, योग्यता शर्ते, फीस व चार्जेस और लोन डिस्बर्सल समय आदि की तुलना करें फिर अपने लिए बेहतर लोन विकल्प चुनें। इस तरह खुद से की गई क्रेडिट स्कोर चेकिंग सॉफ्ट इन्क्वायरी मानी जाती है, इसका क्रेडिट स्कोर पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता है।
क्या प्री-अप्रूव्ड ऑफर से क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है?
प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन ऑफर को सॉफ्ट इन्क्वायरी माना जाता है, क्योंकि इसमें आप लोन के लिए आवेदन नहीं करते और इसलिए आपका क्रेडिट स्कोर पर प्रभावित नहीं होता है। लेकिन एक बार जब आप ऑफर स्वीकार कर लेते हैं, तब हार्ड इन्क्वायरी हो सकती है और क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित हो सकता है।
निष्कर्ष
हार्ड और सॉफ्ट इन्क्वायरी को समझने के बाद, यह साफ है कि लोन आवेदन हमेशा सोच-समझकर और ज़रूरत के अनुसार ही करें। साथ ही प्री-अप्रूव्ड ऑफर्स और सॉफ्ट इन्क्वायरी वाले विकल्प ही चुनें। ताकि आपका क्रेडिट स्कोर सुरक्षित रहे और भविष्य में अन्य लोन लेने के लिए आपकी क्रेडिट संबंधित पात्रता बनी रहे।