पर्सनल लोन प्रीपेमेंट कैलकुलेटर कैसे काम करता है?
प्रीपेमेंट कैलकुलेटर एक फाइनेंशियल टूल है जो आमतौर पर ऑनलाइन, बैंक/NBFC की वेबसाइट या फाइनेंशियल मार्केटप्लेस पर उपलब्ध होता है। यह कैलकुलेटर बताता है कि लोन तय समय से पहले चुकाने पर यानी उसका पार्शल या पूरा प्रीपेमेंट करने पर आपकी EMI और कुल ब्याज लागत पर कितना असर पड़ेगा।
कैलकुलेटर की मदद से आप इन चीज़ों को जान सकते हैं:-
- प्रीपेमेंट करने के बाद आप ब्याज में कितनी बचत कर पाएंगे।
- प्रीपेमेंट के बाद आपकी बची हुई लोन अवधि के हिसाब से नई EMI कितनी होगी।
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पार्ट प्रीपेमेंट और फुल प्रीपेमेंट/फोरक्लोज़र में अंतर
- पार्शल प्रीपेमेंट
पार्ट प्रीपेमेंट यानी लोन की मूल बकाया राशि के कुछ हिस्से का भुगतान करना। इससे आपकी मूलराशि घटती है ब्याज में बचत होती है। पार्ट प्रीपेमेंट से लोन की EMI कम करने या लोन अवधि घटाने का विकल्प मिलता है।
- फुल प्रीपेमेंट या फोरक्लोज़र
इसमें एक बार में लोन की पूरी बकाया रकम का भुगतान किया जाता है। इससे आपका लोन अकाउंट पूरी तरह बंद हो जाता है और आप कर्ज़ मुक्त हो जाते हैं।
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट चार्ज क्या होता है?
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट चार्ज वह शुल्क है जिसे बैंक या NBFC तब वसूलते हैं जब आप अपना लोन तय अवधि से पहले चुका देते हैं। लोन का समय से पहले भुगतान करने पर बैंक को मिलने वाले ब्याज में नुकसान उठाना पड़ता है। इस नुकसान की भरपाई के लिए वे प्रीपेमेंट चार्ज लगाते हैं। पर्सनल लोन के मामले में यह चार्ज आमतौर पर बकाया राशि के 1% से 5% तक हो सकता है। इसलिए हमेशा अपने लोन एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ना ज़रूरी है, ताकि आपको पहले से पता हो कि प्रीपेमेंट करने पर कितनी फीस लगेगी।
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पर्सनल लोन का प्रीपेमेंट करना क्यों सही है?
- ब्याज में बचत: पार्ट-प्रेपेमेंट करने से लोन की मूलराशि घटती है जिससे कुल ब्याज लागत में बचत होती है।
- कम EMI या लोन अवधि: प्रीपेमेंट से बकाया राशि कम हो जाती है। जिससे आप EMI घटाने या लोन अवधि कम करने का विकल्प चुन सकते हैं।
- जल्दी कर्ज़-मुक्त: बार-बार पार्ट प्रीपेमेंट करने से बकाया राशि तेज़ी से घटती है और लोन जल्दी खत्म हो जाता है।
विभिन्न बैंक/NBFC द्वारा लिए जाने वाले पर्सनल लोन प्रीपेमेंट चार्ज़ेस
बैंक / एनबीएफसी | प्रीपेमेंट चार्ज़ेस |
एसबीआई | प्रीपे की गई राशि पर 3%. |
कोटक महिंद्रा बैंक | 3 साल तक – बकाया मूलराशि/पार्ट प्रीपेमेंट राशि पर 4% + टैक्स
3 साल के बाद – बकाया मूलराशि/पार्ट प्रीपेमेंट राशि पर 2% + टैक्स |
यस बैंक | बकाया मूलराशि का 2-4% |
एचडीएफसी बैंक | बकाया मूलराशि का 2-4% |
इंडसइंड बैंक | बकाया मूलराशि का 4% |
ICICI बैंक | मूलराशि का 3-5% |
एक्सिस बैंक | 2–5% |
संबंधित प्रश्न (FAQs)
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट कैलकुलेटर क्या है और यह कैसे काम करता है?
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट कैलकुलेटर एक ऑनलाइन टूल है जो प्रीपेमेंट के बाद होने वाली ब्याज बचत का अनुमान लगाने, आपकी EMI और लोन अवधि में होने वाले बदलाव को समझने में मदद करता है।
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट पर कितना चार्ज लगता है?
पर्सनल लोन का प्रीपेमेंट करने पर बैंक और लोन संस्थान 1% से 5% तक का प्रीपेमेंट चार्ज ले सकते हैं।
क्या सभी बैंक और NBFC पर्सनल लोन प्रीपेमेंट की अनुमति देते हैं?
हां, आमतौर पर सभी बैंक और लोन संस्थान प्रीपेमेंट की अनुमति देते हैं। हालांकि, उससे संबंधित नियम और शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं।
लोन प्रीपेमेंट के लिए सबसे अच्छा समय कब है?
लोन का प्रीपेमेंट शुरुआती वर्षों में करना फायदेमंद रहता है क्योंकि उस दौरान EMI में ब्याज का प्रतिशत ज़्यादा होता है। लेकिन प्रीपेमेंट करते समय प्रीपेमेंट चार्ज़ेस का ध्यान रखें, और बचत ज़्यादा हो तभी यह विकल्प चुनें।
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट कैलकुलेटर कहां मिलेगा?
पर्सनल लोन प्रीपेमेंट कैलकुलेटर आमतौर पर, बैंक/NBFC की वेबसाइट या फाइनेंशियल मार्केटप्लेस पर उपलब्ध होता है।
क्या प्रीपेमेंट किसी भी समय किया जा सकता है?
हर बैंक/लोन संस्थान में प्रीपेमेंट को लेकर शर्तें अलग-अलग होती हैं। कुछ बैंक एक निश्चित संख्या की EMI भरने के बाद ही प्रीपेमेंट की अनुमति देते हैं।